नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। देश भर में एक बार फिर से मौसम में बदलाव (Weather update) दिख सकता है। दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी और दक्षिणा क्षेत्र पर गहरे दबाव का क्षेत्र निर्मित हो रहा है। IMD Alert के अनुसार यह डिप्रेशन (Depression) जल्दी चक्रवात (cyclone asani) में तब्दील होने वाला है। जिसके बाद 21 मार्च तक चक्रवात के उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना तीव्र हो गई है। IMD ने बीते 24 घंटे में अंडमान निकोबार दीप समूह में भारी बारिश (rain) की संभावना जताई है। इसके साथ ही साथ 70 से 75 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना व्यक्त की गई है।
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मंगलवार तक भारी से बहुत भारी वर्षा (24 घंटों में 64.5 मिमी से 204.4 मिमी) होने का अनुमान है। और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी और अंडमान सागर के करीब 55 और 65 किमी / घंटा की गति के साथ 75 किमी / घंटा तक की गति वाली हवा दर्ज किए जाने की संभावना है। मछुआरों को मंगलवार तक गहरे समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है।
इधर उत्तर और मध्य भारत में गर्मी का कहर जारी रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में आज न्यूनतम तापमान 22 डिग्री जबकि अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की उम्मीद है। वहीं राजधानी लखनऊ (lucknow) में भी न्यूनतम तापमान 20 डिग्री रिकॉर्ड किया जा सकता है जबकि अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी देखी जा सकती है। लखनऊ में अधिकतम तापमान बढ़कर 38 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है। इसके अलावा चंडीगढ़ में भी न्यूनतम तापमान 21 डिग्री जबकि अधिकतम तापमान 65 डिग्री सेल्सियस होने की उम्मीद है। मौसम साफ रहेगा। आसमान में बादल की कोई उम्मीद नहीं है गर्मी के थपेड़े जारी रहेंगे।
इसके अलावा राजधानी पटना की बात करें तो वहां लू का हाई अलर्ट जारी किया गया है। राजधानी पटना में न्यूनतम तापमान जहां 22 डिग्री सेल्सियस व अधिकतम तापमान 38 से 40 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किए जा सकते हैं। देहरादून में भी तापमान तेजी से बढ़े न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया है। पर्वतीय क्षेत्र हिमाचल प्रदेश के शिमला में भी अधिकतम तापमान में भारी वृद्धि देखी गई है। अधिकतम तापमान बढ़कर 26 डिग्री तक रह सकता है। यहां पर भी मौसम साफ रहेगा। तेज धूप खिली रहेगी।
वही IMD की माने तो राजधानी दिल्ली में अभी गर्मी से राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं। दिल्ली वाले को भी कुछ दिन तक गर्मी देनी पड़ेगी। मौसम की मौजूदा स्थिति का अनुमान लगाते हुए IMD ने कहा है कि मार्च के अंत में राजस्थान में भी चक्रवात का दौर शुरू होगा। वहीँ दिल्ली वालों को राहत मिल सकती है। पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की वजह से भी दिल्ली में मार्च के अंतिम में मौसम सुधरने की उम्मीद है।
राजस्थान और मध्य प्रदेश के कई क्षेत्रों में भारी लू का हाई अलर्ट जारी किया गया। वहीं लोगों को सचेत रहने की सलाह दी गई है। लोगों को खानपान में नरमी बरतने के साथ ही साथ गर्म हवाओं से ज्यादा से ज्यादा बचने की बात कही गई है। 21 और 22 मार्च को तेज हवाओं का पूर्वानुमान लगाया गया है। जिसके बाद अधिकतम तापमान में दो से तीन फीसद की भारी वृद्धि भी रिकॉर्ड की जा सकती है।
इधर 20-21 और 22 को चक्रवाती तूफान आदमी के तेज होने की संभावना है। IMD ने कहा कि यह दवा क्षेत्र सोमवार को चक्रवात में बदलेगा। जिसके बाद 21 मार्च से लेकर 23 मार्च तक अंडमान निकोबार सहित आसपास के इलाके में हल्की से मध्यम वहीं भारी बारिश की संभावना जताई गई है। अंडमान निकोबार दीप समूह के निचले इलाके में जल भराव की आशंका भी जताई गई है।
वही IMD की मानें तो 22 मार्च को चक्रवर्ती बांग्लादेश उत्तरी में पहुंचने की उम्मीद है। इसके लिए प्रशासन द्वारा मछुआरों को अलर्ट जारी कर दिया गया है। 22 मार्च तक पश्चिमी विक्षोभ अपना असर दिखाएगा। जिसके बाद लद्दाख और आसपास के इलाकों में मध्यम बारिश सहित बर्फबारी की संभावना व्यक्त की गई है। इसके अलावा रेखा विदर्भ के ऊपर सरकुलेशन से दक्षिण तमिलनाडु तक पहुंच रही है। जिसके बाद केरल कर्नाटक में हल्की बारिश का दौर देखा जा सकता है। इसके साथ ही कई इलाकों में गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की उम्मीद जताई गई है। IMD की माने तो हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से में भी हल्की बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
पश्चिम बंगाल-झारखंड-बिहार में भी लू का असर देखने को मिलेगा। हालांकि चक्रवात निर्मित होने की वजह से पश्चिम बंगाल और झारखंड के कई हिस्सों में राहत देखने को मिल सकती है। इसके अलावा असम, मेघालय, मणिपुर, नागालैंड में भी तापमान में वृद्धि देखी जाएगी। मौसम साफ रहेगा। उत्तरी राज्यों की बात कहे तो हिमाचल प्रदेश-उत्तराखंड में भी मौसम में कोई बदलाव की उम्मीद नहीं दिख रही है। वहीं लेह-लद्दाख में भी तापमान में वृद्धि दर्ज की जाएगी।
दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे अंडमान सागर में चल रहे निम्न दबाव की प्रणाली के आज (20 मार्च) एक दबाव में तेज होने की संभावना है और सोमवार को उत्तर हिंद महासागर क्षेत्र में 2000 के बाद से मार्च में पहला चक्रवात आने की संभावना है। और अगर ऐसा होता है, तो चक्रवाती तूफान को आसनी कहा जाएगा, जो श्रीलंका द्वारा दिया गया नाम है।
Cabinet Meeting: सीएम का बड़ा ऐलान-1 महीने में होगी 25000 पदों पर भर्ती, जल्द जारी होगा विज्ञापन
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, सिस्टम के उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने और 22 मार्च को उत्तरी म्यांमार और दक्षिण-पूर्व बांग्लादेश तटों के पास पहुंचने की भविष्यवाणी की गई है। IMD ने अंडमान के कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की भी भविष्यवाणी की है। और निकोबार द्वीप समूह में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना है। IMD के महानिदेशक के मुताबिक उत्तर हिंद महासागर में मार्च में चक्रवात कम हो सकते हैं लेकिन हमें कई तीव्र प्रणालियां नहीं मिलती हैं। इसकी अधिकतम तीव्रता 70-80 किमी / घंटा के बीच हवा की गति वाले चक्रवात की हो सकती है।
1891 और 2021 के बीच उत्तर हिंद महासागर क्षेत्र में मार्च में केवल आठ चक्रवाती विक्षोभ हुए हैं। इस अवधि के लिए बनाए गए IMD के चक्रवात एटलस के अनुसार, अधिकांश चक्रवाती विक्षोभ थे – 1907, 1924, 1925, 1928, 1938, 1994, 2000 और 2018 – जो बंगाल की खाड़ी या अरब सागर में बने अवसादों के रूप में बना रहा।