नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। केन्द्र की मोदी सरकार (Modi Government) ने 30 जून को कैबिनेट मीटिंग (Modi Cabinet Meeting) बुलाई है। यह बैठक बुधवार शाम 5 बजे होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अध्यक्षता वाली इस बैठक में सभी कैबिनेट मंत्री, स्वतंत्र प्रभार वाले मंत्री और सभी राज्य मंत्री शामिल होंगे। संसद का मानसून सत्र और मंत्रिमंडल विस्तार की नजर से यह बैठक बेहद अहम मानी जा रही है।संभावना जताई जा रही है कि अगर सबकुछ ठीक रहा तो जुलाई के पहले सप्ताह में मंत्रिमंडल विस्तार (Modi cabinet expansion 2021) किया जा सकता है। वही कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या बढ़कर 79 हो सकती है।
दरअसल, बीते कई दिनों से मोदी मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें तेज है। वही बीते दिनों ही प्रधानमंत्री ने मंत्रालयों से संबंधित मंत्रियों को बुलाकर उनके कामकाज की समीक्षा की थी, खबर तो यह भी है कि इस दौरान मंत्रियों ने भी प्रजेंटेशन दिया था। इस बैठक में गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे थे, ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि मोदी मंत्रिमंडल (Cabinet Meeting 30 june) में जल्द कई नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है।मोदी कैबिनेट में करीब दो दर्जन नये मंत्रियों के शामिल होने की चर्चा है। इसमें मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र ,यूपी, बिहार आदि राज्यों से आने वाले सांसदों को मंत्रिमंडल मे जगह दी जा सकती है।
कहा जा रहा है कि असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) समेत कई नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।वही दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे की बेटी और महाराष्ट्र के बीड से सांसद प्रीतम मुंडे को भी मंत्री बनाया जा सकता है।इसी तरह उत्तराखंड से अनिल बलूनी या अजय टम्टा में से किसी एक को शामिल किया जा सकता है। पंजाब से दलित नेता केंद्र सरकार में राज्यमंत्री सोमनाथ को प्रमोशन मिल सकता है।पश्चिम बंगाल से निशीथ प्रामाणिक या दिलीप घोष, हिमाचल प्रदेश से मंत्रिमंडल में शामिल अनुराग ठाकुर को प्रमोट कर स्वतंत्र प्रभार दिया जा सकता है।
इसके अलावा भाजपा प्रवक्ता जफ़र इस्लाम, सांसद वरुण गांधी, राज्यसभा सांसद अनिल जैन, ओडिशा से सांसद अश्विनी वैष्णव, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत जय पांडा, पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी, उत्तरप्रदेश भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के नामों की भी चर्चा है। माना जा रहा है कि उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा अपनी सहयोगी अपना दल की अनुप्रिया पटेल और जदयू कोटे से आर सी पी सिंह और संतोष कुमार मंत्री बनाए जा सकते हैं। वही चिराग पासवान को हटाकर लोजपा के संसदीय दल के नेता बने पशुपति पारस भी मंत्रिमंडल में जगह पा सकते है।
गौरतलब है कि मोदी मंत्रिमंडल में अभी 53 मंत्री हैं। इसमें 2 केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान और सुरेश अंगड़ी का निधन हो चुका है, जबकि 2 कैबिनेट मंत्री हरसिमरत कौर बादल और अरविंद सावंत ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। मई 2019 में जब से मोदी 2.0 सरकार का गठन हुआ है, तब से एक बार भी मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हुआ।वर्तमान में कई मंत्री एक से ज्यादा विभाग संभाल रहे है। इसके अलावा आने वाले दिनों में यूपी-पंजाब समेत कई राज्यों में विधानसभा चुनाव (Assembly Election) होने है, ऐसे में मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें तेज हो गई है।माना जा रहा है कि मानसून सत्र के पहले कई राज्यों के नेताओं को मंत्रिमंडल का विस्तार कर कैबिनेट मे शामिल किया जा सकता है।