सोशल मीडिया पर साइबर बुलिंग और अभद्र टिप्पणियों को मामले बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं वहीं अब इसे रोकने के लिए, IIT-BHU के शोधकर्ताओं ने एक अत्याधुनिक तकनीक विकसित कर ली है। दरअसल इस तकनीक की मदद से इन नकारात्मक गतिविधियों पर लगाम लगाई जाएगी। जानकारी के अनुसार यह तकनीक खासतौर पर उन टिप्पणियों की पहचान करने और निगरानी करने के लिए तैयार की गई है जो अभद्र होती हैं।
दरअसल इस तकनीक का उद्देश्य सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के लिए एक सुरक्षित माहौल प्रदान करना है। जिसके चलते उपयोगकर्ता बिना किसी डर के और खुलकर अपनी बात को रख सकें। वहीं आपको बता दें कि यह तकनीक उन सिद्धांत पर आधारित बताई जा रही है, जिसमें ऑनलाइन संवाद को सभ्य और सम्मानजनक बनाए रखने पर जोर दिया गया है।
साइबर बुलिंग और अभद्र टिप्पणियों में आ रही वृद्धि
दरअसल डिजिटलाइजेशन के तेजी से बढ़ने के साथ साथ, इंटरनेट और सोशल मीडिया का उपयोग भी तेजी से बढ़ा है। लेकिन कई लोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अपने विचार और भावनाओं को साझा करते हैं लेकिन, इस डिजिटल वृद्धि के साथ ही साइबर बुलिंग और अभद्र टिप्पणियों की घटनाओं में भी जबरदस्त तेजी देखी जा रही है। विशेषकर, जब भी कोई संवेदनशील या विवादास्पद मुद्दा चर्चा में आता है, तो इस दौरान संवाद भी आक्रामक रूप ले लेता है और अभद्र भाषा का इस्तेमाल शुरू हो जाता है, ऐसे में सोशल मीडिया का माहौल भी अधिक तनावपूर्ण हो जाता है।
अपमानजनक टिप्पणियों की पहचान
वहीं IIT-BHU के कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. रविंद्रनाथ चौधरी ने बताया कि, “भारत सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं की संख्या के मामले में अग्रणी देशों में से एक है। यहां पर ज्यादातर लोग हिंदी और अंग्रेजी का मिश्रण कर संवाद करते हैं, जिससे अपमानजनक टिप्पणियों की पहचान करना और भी मुश्किल हो जाता है।” जानकारी के अनुसार नई तकनीक की मदद से, यह 20.38% प्रासंगिकता स्कोर के साथ अपमानजनक टिप्पणियों की पहचान करने में सक्षम हो गया है, जो कि पहले से उपलब्ध डाटा सेट्स की तुलना में 8 गुना अधिक बड़ा है।