भारत के कई हवाई अड्डों पर इस समय यात्रियों में आक्रोश देखा जा रहा है। पिछले कुछ दिनों में इंडिगो की सैकड़ों उड़ानें रद्द हो गई हैं। जिसके कारण यात्रियों की यात्रा पर पड़ा है। इतना ही नहीं हवाई अड्डों पर हजारों लोगों अपनी फ्लाइट के लिए कई घंटों से इंतजार में बैठे हैं। सोशल मीडिया पर भी लोगों का खूब गुस्सा दिख रहा है और कंपनी का नाम बदनाम हो रहा है। इंडिगो पर मंडराया ये गहरा संकट यात्रियों पर बुरा असर डाल रहा है।
बता दें कि इंडिगो ने गुरुवार को अपनी 300 से अधिक उड़ानों को रद्द किया और इसके लिए समय पर यात्रियों को जानकारी भी उपलब्ध नहीं कराई। दिल्ली एयरपोर्ट 172 उड़ानें रद्द, मुंबई में 118, बेंगलुरु में 100, हैदराबाद में 75, कोलकाता में 35, चेन्नई में 26, गोवा में 11, जयपुर में 4 और इंदौर में 3 उड़ानें रद्द हुई हैं।
किस वजह से आ रही ये समस्या?
बता दें कि 1 नवंबर से लागू सख्त ड्यूटी-टाइम नियमों के बाद इंडिगो को पायलट और केबिन क्रू की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। नए नियमों में पायलटों के उड़ान भरने के घंटों को कम किया गया है और अनिवार्य आराम समय बढ़ा दिया गया है। कई मौकों पर इंडिगो उड़ानें सिर्फ इस वजह से रद्द करनी पड़ीं क्योंकि उड़ाने के लिए कानूनी तौर पर उपलब्ध क्रू ही मौजूद नहीं था।
DGCA ने जारी किए सख्त निर्देश
इंडिगो की उड़ानों में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी देरी और रद्द के कारण DGCA ने कंपनी को सख्त निर्देश जारी किए हैं।
- इंडिगो एक डिटेल्ड रोडमैप जमा करेगा जिसमें अनुमानित क्रू रिक्रूटमेंट यानी एयरक्राफ्ट के इंडक्शन को कवर किया जाएगा, जिसका DGCA रिव्यू करेगा।
- क्रू ट्रेनिंग, रोस्टर रीस्ट्रक्चरिंग, सेफ्टी-रिस्क असेसमेंट और तुरंत प्रभाव से पूरी तरह से कम्प्लायंस के लिए कम करने के उपायों का प्लान देना होगा।
- एयरलाइन ऑपरेशन को स्थिर करने और कैंसलेशन में धीरे-धीरे कमी सुनिश्चित करने के लिए तुरंत बताएगी।
- हर 15 दिन में एक डिटेल्ड प्रोग्रेस रिपोर्ट जमा करनी होगी, जिसमें ऑपरेशनल सुधार, क्रू की उपलब्धता और रोस्टर स्टेबिलिटी शामिल हो।
- इंडिगो को DGCA रिव्यू के लिए फ्लाइट ऑपरेशन को नॉर्मल करने के लिए ज़रूरी FDTL रिलैक्सेशन जमा करने का निर्देश दिया गया है।
- DGCA आने वाले हफ़्ते में इंडिगो के नेटवर्क परफॉर्मेंस, रेस्टोरेशन की कोशिशों और पैसेंजर-हैंडलिंग उपायों की सख्त, रियल-टाइम मॉनिटरिंग जारी रखेगा।





