Paris of India : भारत एक ऐसा देश है, जहां सभी धर्मों को बराबर का दर्जा दिया गया है। यहां विदेश में भी पसंद की जाती है। यहां की अनूठी विविधता लोगों को काफी ज्यादा आती है। हर राज्य, हर शहर, हर गांव, हर गली की अपनी अलग-अलग पहचान और महत्व है। उनकी संस्कृती, भाषा, पहनावा और खान-पान इन्हें और अधिक खास बनाती है। सभी जगह कोई-ना-कोई रहस्य से भरा होता है। भारत में घूमने के लिए ऐसे ही बहुत सी टूरिस्ट प्लेस है, जहां लोग सालों भर आते हैं। इन्हें उपनामों से भी जाना जाता है। कुछ सिलेक्टिव नाम तो लोगों को पता है जैसे पिंक सिटी, मिनी मुंबई, आदि इन सभी नाम का प्रचलन पूरी दुनिया में है।
“भारत का पेरिस”
पेरिस टूरिस्ट प्लेस के लिहाज से काफी ज्यादा फेमस है। इसे लव का शहर कहा जाता है, लेकिन क्या आपको पता है पेरिस शहर भारत में भी स्थित है। जी हां, आपको यह सुनकर आश्चर्य होगा, लेकिन इंडिया में एक ऐसा शहर भी है, जिसे लोग भारत का पेरिस कहते हैं। अब मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि पेरिस भारत में कैसे हो सकता है, तो आज हम उसे शहर के बारे में आपको बताएंगे जिसे भारत का पेरिस भी कहा जाता है।
राजस्थान में है स्थित
दरअसल, यह शहर राजस्थान में स्थित है। राजस्थान की संस्कृति, खानपान और वेशभूषा लोगों को काफी ज्यादा पसंद आता है। इसी राज्य में जयपुर शहर स्थित है, जिसे भारत का पेरिस कहा जाता है। यह राजा-महाराजाओं का गढ़ माना गया है। यहां की संस्कृति लोगों को बहुत अधिक पसंद आती है। यहां देश ही नहीं, बल्कि विदेश से भी टूरिस्ट आते हैं। अगर आप इस शहर को एक्सप्लोर करना चाहते हैं, तो अपनी फैमिली, फ्रेंड्स या फिर पार्टनर के साथ इस जगह पर जा सकते हैं। इसे पिंक सिटी के नाम से भी जाना जाता है।
करें शहर को एक्सप्लोर
अब मन में यह प्रश्न उठता होगा कि आखिर जयपुर को ही भारत का पेरिस क्यों कहा जाता है, तो इसका जवाब यह है कि पेरिस शहर खूबसूरत इमारतों के लिए जाना जाता है। यहां की वास्तुकला अपने आप में अलग महत्व रखता है। यही कारण है कि जयपुर सिटी को भारत का पेरिस कहा जाता है। जयपुर में आप सिटी पैलेस, हवा महल, नाहरगढ़ का किला, आदि घूम सकते हैं। यहां जयगढ़ किला भी स्थित है, जहां दुनिया की सबसे बड़ी तोप रखी हुई है। यहां एक से बढ़कर एक मार्केट हैं, जहां आपको स्थानीय कल्चर से रुबरु होने का मौका मिलेगा। साथ ही, राजस्थानी खानपान का स्वाद भी चखने को मिलेगा।
जानें इतिहास
जयपुर का इतिहास राजा भारमल के पुत्र महाराज सवाई जयसिंह से जुड़ा हुआ है, जिन्होंने इस शहर की स्थापना की थी। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, यह देश का पहला ऐसा शहर था। जिसे योजना के साथ बसाया गया था। दरअसल, इस राज्य की राजधानी आमेर थी। जहां जनसंख्या वृद्धि और पानी की समस्या को देखते हुए इस शहर को बसाया गया था, जिसे बनाने में करीब 4 साल का वक्त लगा था। बता दें कि यह देश का पहला ऐसा शहर है, जिसे योजना के तहत बसाया गया था। यहां की अनूठी और आकर्षक शैली पर्यटकों को काफी ज्यादा आकर्षित करती है।