मोरबी, डेस्क रिपोर्ट। गुजरात (Gujarat) के मोरबी (Morbi) में सस्पेंशन ब्रिज टूटने (Bridge Collapse) के हादसे में राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है और मौत का आंकड़ा भी बढ़ गया है। जानकारी के मुताबिक अब तक 141 से ज्यादा लोगों की मौत की पुष्टि की जा चुकी है और यह आंकड़ा बढ़ने की आशंका व्यक्त की गई है। रिनोवेशन के बाद 3 दिन पहले ही इस पुल को आम जनता के लिए खोला गया था लेकिन यह किसी ने नहीं सोचा था कि यहां बड़ा हादसा होने वाला है। इस पुल पर जाने के लिए टिकट खरीदना पड़ता है और जानकारी के मुताबिक करीब 600 लोग ऐसे थे जो छठ पूजन के लिए यहां टिकट खरीद कर आए थे और हादसे का शिकार हो गए।
प्रशासन की ओर से जो रिपोर्ट जारी की गई है उसके मुताबिक इस पुल पर प्रवेश लेने के लिए 1 दिन पहले ही 600 लोगों ने टिकट खरीदा था। जिस वक्त हादसा हुआ उस वक्त पुल पर 550 से ज्यादा लोग मौजूद थे। हादसे के बाद एनडीआरएफ एसडीआरएफ और वायुसेना तथा नौसेना की टीम लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है। 100 से ज्यादा शव बरामद हो गए हैं और 200 ऐसे लोग हैं जिन्हें अस्पताल पहुंचाया गया है। जांच के लिए एसआईटी का गठन भी कर दिया गया है।
यह भी बताया जा रहा है कि जिस समय हादसा हुआ उस वक्त पल पर क्षमता से अधिक भीड़ थी। पैसा कमाने के चक्कर में फुल प्रबंधन ने इस बात की ओर ध्यान ही नहीं दिया कि पुल पर कितने लोगों को भेजा जा सकता है। इसके अलावा तकनीकी दिक्कत होने की बात भी कही जा रही है। यह हादसा कैसे हुआ और किस वजह से हुआ इस बात की जानकारी गठित की गई एसआईटी एकत्रित करेगी और जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस हादसे के कुछ प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि रविवार होने की वजह से और छठ पूजन होने के कारण यहां बड़ी संख्या में लोग घूमने करने के लिए आए थे। वहां मौजूद कुछ शरारती तत्व पुल को हिला रहे थे जिसकी शिकायत प्रबंधन को दी गई थी लेकिन प्रबंधन की ओर से इस बारे में कोई भी एक्शन नहीं लिया गया। जिसके चलते पुल टूट गया। हालांकि, यह बात कितनी सच है इसकी पुष्टि कर पाना मुश्किल है।
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मामले की जानकारी लगते ही मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल मोरबी पहुंच गए हैं और घटनास्थल का निरीक्षण करने के अलावा उन्होंने अस्पताल में जाकर घायलों को दी जा रही व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया है। मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों और डॉक्टरों को घायलों को उचित इलाज देने के निर्देश दिया है। घटना पर गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने भी दुख जताया है और कहा है कि यह बहुत गंभीर हादसा है और गंभीरता से इसकी जांच भी की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने यह भी बताया कि पुल प्रबंधन पर धारा 307, 308 और 114 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है और पुलिस जांच पड़ताल में जुटी हुई है।
इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री रूशिकेश पटेल ने भी जानकारी देते हुए बताया कि हादसे में जो भी घायल हुए हैं उन्हें अस्पताल पहुंचाकर समुचित इलाज देने की व्यवस्था की गई है। कुछ घायल ऐसे भी हैं जिन्हें इलाज के बाद घर भेज दिया गया है। नदी में लगातार राहत और बचाव कार्य जारी है और डूबे हुए लोगों को तलाशने की कोशिश टीम द्वारा लगातार की जा रही है।