भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP News) में शासकीय योजनाओं में लापरवाही पर बड़ी कार्रवाई की गई है। ग्वालियर के महाराजपुरा थाने में पदस्थ हवलदार भिखारीलाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई वायुसेना कर्मी से जमानत के एवज में 15 हजार रुपए की रिश्वत पर एसएसपी अमित सांघी ने की है।वही रीवा कलेक्टर मनोज पुष्प ने सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों में लापरवाही बरतने वाले 16 अधिकारियों को शोकॉज नोटिस जारी किया गया है।
इनमें मध्यप्रदेश पूर्वी क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रकाश गौतम जेई गोविंदगढ़, रेनू तिवारी जेई रीवा, मनीष जोशी जेई मनगवां, आकाश दीप जेई गुढ़, रंजीत साहू जेई हनुमना, आरके तिवारी जेई इंजीनियरिंग कालेज रीवा और पुष्पेन्द्र तिवारी जेई मऊगंज, नगर निगम के सहायक यंत्री एसके त्रिपाठी, प्रभारी सहायक यंत्री पीएन शुक्ला और उपायुक्त सहकारिता अशोक कुमार शुक्ल ,प्राचार्य TRS कालेज डॉ. केके शर्मा, सहायक यंत्री PHE रायपुर कर्चुलियान केव्ही सिंह, सहायक यंत्री PHE सिरमौर आरके सिंह, खण्ड चिकित्सा अधिकारी रीवा डॉ. केबी गौतम, सहायक आपूर्ति अधिकारी एएस खान तथा बीईओ सिरमौर रामराज मिश्रा को कारण बताओ नोटिस दिया है।
वही 3 दिन की समय सीमा में उत्तर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं, अन्यथा अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।उमरिया कलेक्टर ने एक हफ्ते पहले जिले के चंदिया वन क्षेत्रपाल योगेंद्र तिवारी को निर्वाचन कार्य में लापरवाही और अनुपस्थित रहने पर निलंबित कर दिया गया था ।साथ ही वन परिक्षेत्र चंदिया का संपूर्ण प्रभार धीरेंद्र सिंह उपवन क्षेत्रपाल को सौंपा गया था, लेकिन डीएफओ उमरिया ने कलेक्टर को बताया कि वे अवकाश पर गए हुए थे, लेकिन आचार संहिता लगने के बाद अवकाश समाप्त हो जाती है, इसे लापरवाही नहीं, मिस कम्युनिकेशन कहेंगे।इसलिए उनका निलंबन वापस लिया जाए।इसके बाद कलेक्टर ने रेंजर को बहाल कर दिया है। उनका स्थानांतरण भी हो गया है, दो दिनों बाद उन्हें रिलीव कर दिया जाएगा।
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इसके अलावा जबलपुर में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत सालीवाड़ा से देवद्वार गांव की ओर जाने वाले मार्ग पर बना पुल बहने पर जबलपुर कलेक्टर इलैया राजा टी ने मामले पर गंभीरता दिखाई है। कलेक्टर ने पुल टूटने की तकनीकि जांच करवाने के लिए राज्य सरकार को पत्र भी लिखा है। साथ ही कलेक्टर के निर्देश पर पीएम ग्रामीण सड़क विभाग ने पुल बनाने वाली एजेंसी और कंसल्टेंसी कंपनी और प्रोजेक्ट मैनेजर को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं।उन्होंने कहा कि मामले की उच्चस्तरीय जांच करवाई जा रही है और दोषी पाए जाने पर उन पर सख्त कार्यवाई भी की जाएगी।