मुंबई।
एमपी के बाद महाराष्ट्र में बनी गठबंधन की सरकार में इन दिनों कुछ ठीक नही चल रहा है।मंत्रिमंडल विस्तार के बाद जमकर घमासान मच गया है।मंत्री पद को लेकर एनसीपी-कांग्रेस ही नहीं, शिवसेना के विधायकों में भी नाराजगी अब खुलकर सामने आ रही है।खबर है कि उद्धव ठाकरे सरकार के कैबिनेट विस्तार के महज पांच दिन बाद ही शिवसेना कोटे से मंत्री बने अब्दुल सत्तार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, इसका आधिकारिक एलान नहीं किया गया है । सुनने में यह भी आया है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सत्तार का इस्तीफा मंजूर नहीं किया है।
अभी इस्तीफा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को नहीं मिला है।बताया जा रहा है कि शिवसेना के कई वरिष्ठ नेता सत्तार के मंत्री बनाए जाने से नाखुश थे। यह भी बात सामने आ रही है कैबिनेट मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज होकर अब्दुल सत्तार ने इस्तीफा दिया है। वही दूसरी तरफ साल 2014 के बाद पहली बार मंत्रिमंडल में चार मुस्लिम चेहरे शामिल हुए हैं। इनमें शिवसेना के अब्दुल सत्तार नबी को राज्य मंत्री जबकि एनसीपी के नवाब मलिक और हसन मुशरीफ और कांग्रेस के असलम शेख को कैबिनेट स्तर का पद दिया गया है। हालांकि शिवसेना और उनके परिवार ने इस्तीफे की बात से इनकार किया है। फिलहाल मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सत्ता को मनाने के लिए वरिष्ठ शिवसेना नेता को भेजा है।
बता दे कि अभी हाल में उद्धव सरकार में 36 नए मंत्रियों ने शपथ ली थी, जिनमें एक उपमुख्यमंत्री, 25 कैबिनेट और 10 राज्य मंत्री शामिल हैं। वही इन मंत्रियों को सीएम उद्धव ठाकरे ने अभी तक विभागों का आवंटन नहीं किया है।कांग्रेस और एनसीपी ही नहीं बल्कि शिवसेना ने भी महाराष्ट्र में मुस्लिम समुदाय को अपने साथ साधे रखने के लिए अपने कोटे से मंत्री बनाया था।