नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। स्नातक चिकित्सा शिक्षा बोर्ड के तहत, राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने NEET-UG परीक्षा में बैठने के लिए निर्धारित ऊपरी आयु सीमा को हटाने का निर्णय लिया है। इसके पहले केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा 2017 में अधिकतम आयु सीमा अनारक्षित उम्मीदवारों के लिए 25 वर्ष और आरक्षित उम्मीदवारों के लिए 30 वर्ष की थी।
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सीबीएसई ने एक निर्देश में कहा था कि, “एससी/एसटी/ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों के लिए पांच साल की छूट के साथ परीक्षा एनईईटी-यूजी के लिए अधिकतम आयु सीमा 25 वर्ष होना चाहिए।” इस बीच, एनएमसी के एक हालिया बयान में कहा गया है, कि एनईईटी-यूजी परीक्षा में बैठने के लिए कोई निश्चित ऊपरी आयु सीमा नहीं है।
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उम्र के मानदंड पर अक्सर देश के सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों में सवाल उठाए जाते रहे हैं। एक अधिकारी ने कहा कि आयु सीमा मानदंड हटा दिए जाने के साथ, उम्मीदवार अब मेडिकल प्रवेश परीक्षा में कई बार और अन्य पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने के बाद भी उपस्थित हो सकते हैं। फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा है कि यह डॉ. की कमी को देखते हुए यह कदम एमबीबीएस करने के इच्छुक अधिकतम उम्मीदवारों को उचित अवसर प्रदान करेगा।