शिक्षकों- कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण खबर, जारी हुए ये निर्देश, करना होगा पालन, वरना नहीं मिलेगा वेतन-मानदेय

अगर स्कूल स्तर से बिना बायोमेट्रिक अटेंडेंस के मानदेय का भुगतान किया गया तो वह वित्तीय अनियमितता की श्रेणी में आएगा और संबंधित कर्मचारी पर कार्रवाई की जाएगी।

Pooja Khodani
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Jharkhand Employees Salary : झारखंड के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों व पारा शिक्षकों के लिए काम की खबर है। स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने 1 मई 2024 से ई विद्यावाहिनी पोर्टल पर ऑनलाइन हाजरी बनाना अनिवार्य कर दिया है और इसी आधार पर अब शिक्षकों को वेतन और मानदेय का भुगतान किया जाएगा। जिन विद्यालयों में शिक्षक कर्मचारी ऐसा नहीं करेगा उन्हें वेतन और मानदेय का भुगतान नहीं किया जाएगा।

बिना ऑनलाइन हाजिरी के नहीं मिलेगा वेतन

निर्देशों के मुताबिक, जितने दिन शिक्षकों कर्मचारियों की बायोमेट्रिक हाजिरी बनेगी, उतने दिन का ही वेतन मिलेगा। अगर स्कूल स्तर से बिना बायोमेट्रिक अटेंडेंस के मानदेय का भुगतान किया गया तो वह वित्तीय अनियमितता की श्रेणी में आएगा और संबंधित कर्मचारी पर कार्रवाई की जाएगी। हालांकि विशेष परिस्थिति में संबंधित कार्यालय प्रधान की ओर से जांच के बाद सत्यापन करने पर मानदेय का भुगतान किया जा सकेगा।अगर किसी विद्यालय में बायोमेट्रिक हाजिरी बनाने में दिक्कत आ रही है तो उसे तुरंत सुधारें।लापरवाही पर शिक्षकों पर जिम्मेदारी रहेगी।

यूपी स्वास्थ्य विभाग में भी बायोमेट्रिक हाजिरी अनिवार्य

इधर, उत्तर प्रदेश के बिजनौर में भी स्वास्थ्य विभाग में बायोमेट्रिक हाजिरी के बिना सैलरी का भुगताव नहीं किया जाएगा।सीएमओ ने बायोमेट्रिक हाजिरी को अनिवार्य कर दिया है।ऐसा ना करने पर संबंधित अधिकारियों कर्मचारियों की मई की सैलरी का भुगतान नहीं किया जाएगा। 30 अप्रैल को सीएमओ ने सभी सीएचसी, पीएचसी, नगरीय निकाय के पीएचसी के चिकित्सा अधीक्षकों, प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को आदेशित किया गया है कि बायोमेट्रिक हाजिरी के लिए मशीन लगाने का प्रमाण पत्र अविलंब भेजा जाए।इसके बाद एक सीसीटीवी कैमरा भी लगाया जाए, तारी पारदर्शिता बनी रहे।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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