OPS 2024 : हजारों कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर, फरवरी से मिलेगा पुरानी पेंशन योजना का लाभ! सीएम ने दिया आश्वासन

OLD PENSION SCHEME

Electricity Employees Old Pension Scheme : हिमाचल प्रदेश के बिजली बोर्ड के कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है।फरवरी से बिजली कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ मिलेगा। सीएम सुखविंदर सिंह सुख्खू ने बिजली बोर्ड इंजीनियर व कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति के साथ हुई बैठक में यह आश्वासन दिया है।

सीएम ने की कर्मचारी संघ से 2 मुद्दों पर चर्चा

दरअसल, गुरूवार को सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश स्टेट इलैक्ट्रीसिटी बोर्ड इम्प्लाइज एंड इंजीनियर के ज्वाइंट फ्रंट को के पदाधिकारियों को चर्चा के लिए बुलाया था, इसमें पदाधिकारियों ने बोर्ड के कर्मचारियों की पुरानी पैंशन बहाल और दूसरा बिजली बोर्ड में स्थायी प्रबंध निदेशक लगाने की मांग की। सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद सीएम ने  फ्रंट के पदाधिकारियों को पुरानी पेंशन के लिए आश्वस्त किया ।वही निगम के प्रबंध निदेशक को बदलने पर भी सैद्धांतिक सहमति दी ।

फरवरी से मिलेगा पुरानी पेंशन का लाभ

बैठक के बाद बिजली बोर्ड इंजीनियर व कर्मचारियों की संयुक्त समन्वय समिति सह संयोजक हीरा लाल वर्मा ने बताया कि सीएम ने फ्रंट को पूर्ण रूप से आश्वस्त किया है कि फरवरी माह में कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल कर दी जाएगी। इसके अतिरिक्त स्थायी प्रबंध निदेशक भी बोर्ड में नियुक्त किया जाएगा।उम्मीद है कि बोर्ड के 6600 कर्मचारियों को फरवरी से पुरानी पेंशन मिलनी शुरू हो जाएगी।वर्तमान में बोर्ड में 6500 कर्मचारी नई पेंशन में हैं। पुरानी पेंशन लागू करने से बोर्ड पर और कोई अतिरिक्त वित्तीय बोझ नहीं पड़ेगा।

10 महीने से ओपीएस का इंतजार

बता दे कि बिजली बोर्ड में पुरानी पेंशन प्रदेश सरकार की तर्ज पर वर्ष 1974 से है। प्रदेश सरकार द्वारा पेंशन नियमों में किए गए सभी संशोधन बोर्ड में लागू किए गए हैं। बिजली बोर्ड में कर्मचारी पिछले 10 महीने से पुरानी पैंशन बहाल होने के इंतजार में हैं, जबकी प्रदेश के अन्य विभागों के सरकारी कर्मचारियों के लिए ओपीएस बीते वर्ष अप्रैल 2023 माह में ही बहाल हो गई थी और कईयों रिटायर कर्मियों और पेंशनरों को इसका लाभ भी मिलना शुरू हो गया है।


About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

Other Latest News