नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। देशभर के कर्मचारी-पेंशनर्स (Employees-Pensioners) को बड़ी राहत दी गई है। जिसके तहत जारी आदेश के मुताबिक कर्मचारियों के चिकित्सा भत्ते (Medical allowances) को बढ़ाकर 1000 से 3000 रूपए किया गया है। जिसके बाद उनके वेतन (salary) में बढ़ोतरी देखी जाएगी। डीओपीटी (DoPT) की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक ऐसे कर्मचारी और पेंशनरों, जो सीजीएचएस (CGHS) के अंतर्गत नहीं आने वाले क्षेत्रों में रह रहे हैं। उनके निश्चित चिकित्सा भत्ते में वृद्धि की घोषणा की गई है।
बता दे कि DRPSC के विभागीय संबंधित सिफारिश पर चिकित्सा भत्ते में बढ़ोतरी का ऐलान किया गया। इस संबंध में केंद्र सरकार के pensioners और पारिवारिक पेंशन भोगियों के लिए निश्चित चिकित्सा भत्ते में वृद्धि की गई है। यह चिकित्सा भत्ता ऐसे कर्मचारियों के लिए होगा, जो सीजीएचएस के तहत कवर नहीं किए गए क्षेत्र में रह रहे हैं। मामले में कार्मिक लोक शिकायत और कानून और न्याय के लिए विभागीय संसदीय स्थाई समिति द्वारा अपनी 110वीं रिपोर्ट में चिकित्सा बच्चे को 1000 से बढ़ाकर 3000 करने का ऐलान किया गया है।
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जिसके बाद अब कर्मचारियों को मार्च 8 अप्रैल के महीने में चिकित्सीय भत्ते के रूप में 3000 की राशि वेतन के साथ है बढ़कर खाते में भेजी जाएगी। इससे पहले पेंशनर्स के लिए केंद्र सरकार द्वारा कई बड़ी घोषणा और ऐलान किए गए हैं। वहीं ऐसे पेंशनर्स जी ने अब तक पीपीओ जारी नहीं किया गया है और ऐसी स्थिति में उनके पेंशन की राशि का भुगतान नहीं हुआ है।
उन्हें पेंशन की राशि का भुगतान किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही दस्तावेज में हुई देरी के लिए विभाग और अधिकारियों को जिम्मेदार माना गया है। ऐसी स्थिति में यदि पेंशनर्स के पेंशन भुगतान में देरी आती है तो इसके लिए संबंधित अधिकारी कर्मचारी जिम्मेदार होंगे और पेंशन में हुई देरी के लिए उन्हें ब्याज चुकाना होगा।