PM Kisan, PM Kisan 14th Installments : देश के किसानों को जल्द बड़ा लाभ मिलने वाला है। दरअसल उनके खाते में पीएम किसान योजना के 15वीं किस्त की राशि भेजी जाएगी। हालांकि इससे पहले कई किसानों के लिए यह खबर चौंकाने वाली हो सकती है। 15वीं किस्त आने से पहले कई लाभार्थियों के नाम लिस्ट से हटाए जा सकते हैं।
प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत हर साल बड़ी संख्या में किसानों को सहायता राशि उपलब्ध कराई जाती है। अब तक कुल 14 किस्तों की राशि लाभार्थी किसानों को भेजी जा चुकी है। 15वीं किस्त जारी होने से पहले कई लाभार्थी किसानों को योजना से बाहर किया जा सकता है। इससे पूर्व भी समय-समय पर सरकार द्वारा नियम और नीति में संशोधन के कारण कई लाभार्थी किसानों को योजना से बाहर किया जा चुका है।
किसानों को 15वीं किस्त का इंतजार
14वीं किस्त के जारी होने के साथ ही किसानों को 15वीं किस्त का इंतजार है। अक्टूबर महीने के अंत तक किसानों के खाते में राशि भेजी जा सकती है। हालांकि कई किसान लाभार्थियों को योजना के लाभ से वंचित किया जा सकता है।मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भूलेखों के सत्यापन के दौरान हर किस्त से पहले कई किसान लाभार्थी को लिस्ट से बाहर किया गया था। ऐसी स्थिति में इस बार भी संख्या कम हो सकती है। कई किसान लाभार्थी ऐसी है, जो अब तक ई केवाईसी नहीं करवा सके हैं। उन्हें भी इस राशि से वंचित किया जा सकता है।
ई केवाईसी करवाना अनिवार्य
ऐसे में सभी किसानों को ई केवाईसी करवाना अनिवार्य है। इसके साथ ही इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन पत्र भरते समय सावधानी बेहद आवश्यक है। दरअसल आवेदन पत्र में कोई गलती ना हो, उसके साथ ही जेंडर नाम और अकाउंट नंबर भी किसी तरह की गलती होने पर योजना की किस्त रोकी जा सकती है। ऐसे में इस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मन निधि योजना के तहत हर साल किसानों को ₹6000 जारी किए जाते हैं। 2000 की तीन किस्त किसानों को 4 महीने के अंतराल पर जारी की जाती है। साल 2021-22 के जुलाई अगस्त की किस्त जहां 11.19 करोड़ किसानों के खाते में पहुंची थी। वहीं इस साल केवल 9.53 करोड़ किसानों के खाते में ₹2000 की राशि भेजी गई है। राज्य सरकार और केंद्र की सख्ती के कारण कई किसान लाभार्थी लिस्ट से बाहर हो गए हैं।
कई किसान अपात्र
बता दे पीएम किसान पोर्टल पर 12 करोड़ से अधिक किसान पीएम किसान योजना के तहत रजिस्टर्ड किए गए थे। हालांकि कुछ समय के बाद डोर टू डोर सत्यापन, ई केवाईसी की अनिवार्यता और वेरिफिकेशन जैसे गतिविधि जारी होने के बाद कई किसान अपात्र पाए गए थे। जिसके बाद उन्हें लिस्ट से बाहर कर दिया गया था। हर साल पहली किस्त अप्रैल से जुलाई महीने में, दूसरी -अगस्त से नवंबर तक और तीसरी किस्त दिसंबर से मार्च के बीच जारी की जाती है। ऐसे में 15वीं किस्त की राशि 30 नवंबर के पहले किसानों के खाते में भेजी जाएगी।
यह होंगे अपात्र
- अगर किसान परिवार में कोई भी टैक्स देता है तो उसे इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
- जो लोग खेती की जमीन का इस्तेमाल खेती कार्य की जगह दूसरे कामों में कर रहें है, दूसरे के खेतों पर किसी का काम करते हैं और खेत के मालिक नहीं है,, ऐसे किसान इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं।
- यदि कोई किसान खेती कर रहा है लेकिन खेत उसके नाम नहीं है तो उसे इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। जैसे यदि खेत किसान के पिता-दादा के नाम पर हो, तब भी वो योजना का फायदा नहीं उठा सकेंगे।
- यदि कोई खेती की जमीन का मालिक है लेकिन सरकारी कर्मचारी है या रिटायर हो चुका है या फिर मौजूद यह पूर्व सांसद विधायक मंत्री हो उन्हें भी इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
- किसान होते हुए यदि आपको ₹10000 महीने से अधिक की पेंशन मिल रही है तो आपको इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा और इस योजना के लिए आप अपात्र रहेंगे।