RBI Repo Rate: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने एक बार भी रेपो रेट में वृद्धि का ऐलान कर दिया है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकान्त दास के अध्यक्षता में पिछले तीन दिनों से चल रही मौद्रिक नीति समिति की बैठक के बाद यह फैसला सुनाया गया है। केन्द्रीय बैंक ने महंगाई को देखते हुए रेपो रेट में 0.35 फीसदी की वृद्धि कर दी है। बैठक के दौरान 6 में 5 लोगों ने इसकी अनुमति दी थी।
पहले ही हुई थी वृद्धि
अब नई दरें 5.4 प्रतिशत से बढ़कर 6.25 प्रतिशत हो चुकी है। इसका सीधा असर आम जनता को होगा। बता दें कि इस साल पाँचवीं बार आरबीआई ने रेपो रेट में बढ़ोत्तरी की है। इससे पहले अक्टूबर में ही वृद्धि की गई थी। वहीं मई में इसके दरों में 50 बेसिस पॉइंट का इजाफा हुआ था, जो 4.90 प्रतिशत कर दिया गया था।
महंगा होगा लोन
रेपो रेट के आधार पर ही बैंक कर्ज और ईएमआई को तय किया जाता है, जिसके बढ़ने से लोन महंगा हो जाता है और ईएमआई बढ़ती है। अक्टूबर में भी कई बैंकों ने अपना कर्ज को महंगा कर दिया था। जिसमें एसबीआई, बीओई, पंजाब नेशनल बैंक, एचडीएफसी बैंक और अन्य कई बड़े बैंक भी शामिल थे।
महंगाई और जीडीपी के लिए कहा
कहा जा रहा है कि आरबीआई ने यह फैसला महंगाई पर लगाम कसने के लिए उठाया है। वहीं नए रेपो रेट की घोषणा करते हुए गवर्नर शक्तिकान्त दास ने महंगाई को लेकर बड़ी बात कही। उन्होनें कहा की अगले 4 महीनों में महंगाई दर 4% से ऊपर बने रहने की संभावना है। उन्होनें देश में ग्रामीण मांग और कंज्यूमर कॉन्फिडेंस में भी सुधार नजर आने की बात भी कही। आगे कहा कि वित्तीय वर्ष 2023 में जीडीपी ग्रोथ 6.8 प्रतिशत तक हो सकता है। उनके मुताबिक 2024 की पहली तिमाही में सीपीआई 5 प्रतिशत तक रह सकता है।