Retail Inflation: देश में खाने-पीने की चीजों से लेकर ईंधन के कीमतों में लगातार इजाफा देखा जा रहा है। जिससे आम जनता परेशान है। महंगाई को काबू में करने के अब तक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) भी एक साल में पाँच बार रेपो रेट में वृद्धि कर चुका है। कुछ दिनों पहले ही नए रेपो दरों की घोषणा आरबीआई द्वारा की गई थी। इसी बीच केन्द्रीय सरकार के साथ जनता के लिए भी एक राहत भरी खबर सामने आई है। केन्द्रीय बैंक और सरकार की कोशिशों का असर अब जाकर नजर आ रहा है।
हाल ही में सरकारी द्वारा जारी किये गए आंकड़ों के मुताबिक खुदरा महंगाई दरों में गिरावट देखी गई है, जो अक्टूबर में 6.77 प्रतिशत दर्ज की गई थी और अब घटकर 5.88 प्रतिशत हो चुकी है। यह भी कहा जा रहा है की पिछले 11 महीनों में पहली बार खुदरा महंगाई दर इतना नीची पहुंचा है। सितंबर में रीटेल इंफ्लेशन 7.41 प्रतिशत देखा गया था। यह अब आरबीआई द्वारा निर्धारित किये गए दायरे अंदर है। जानकारी के लिए बता दे की सेंट्रल बैंक ने देश में इन दरों को 2-6 फीसदी के दायरे में रखने का टारगेट बनाया है।
खाद्य महंगाई दर में बड़ी गिरावट देखी गई है, जो अक्टूबर में 7.01 प्रतिशत थी वो घटकर 4.67 प्रतिशत हो चुकी है। भारत के विनिर्माण क्षेत्र की बात करें तो औद्योगिक उत्पादन (IIP) में भी 4 फीसदी की गिरावट देखी गई है। जो पिछले साल अक्टूबर में 4.2 बढ़ा था। नए रेपो रेट की घोषणा करते हुए RBI के गवर्नर ने यह भी कहा था की महंगाई के खिलाफ लड़ाई जारी है और सेंट्रल बैंक इसे 6 फीसदी से नीची लाने की पूरी कोशिश करेगा।