अरबपति दोस्त के लिए पटना से लेकर आया सत्तू, वेदांता ग्रुप के चेयरमैन ने किया Tweet

Chairman of Vedanta Group received the gift of Sattu : अगर आपका कोई अरबपति दोस्त हो..आप उससे मिलने जाएं तो तोहफे में क्या ले जाएंगे। ऐसी क्या चीज़ होगी जो वो खरीद नहीं सकता। यकीनन ऐसे समय फिर वस्तु का मोल नहीं, उससे जुड़ी भावनाएं और स्मृतियां महत्वपूर्ण होती हैं। ऐसा ही कुछ हुआ वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल के साथ। उनका एक पुराना दोस्त पटना से उनसे मिलने लाया और तोहफे के रूप में लाया उनका पसंदीदा सत्तू।

अनिल अग्रवाल ने खुद इसे ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा है कि ‘पटना से मेरा पुराना दोस्त आज मुझसे मिलने आया और मेरा पसंदीदा सत्तू का शरबत लेकर आया। मुझे नहीं पता कि आप में से कितने लोगों ने सत्तू, थोड़ा सा गुड़ और चुटकी भर काला नमक से बने इस ताज़ा पेय के बारे में सुना है। मेरी युवा टीम के शब्दों में ये है इंडिया का OG स्वादिष्ट, किफायती, जैविक और स्वास्थ्यवर्धक प्रोटीन शेक। इसने मुझे बचपन की मीठी यादें याद दिला दी। मैं और मेरे दोस्त छुट्टियों में खेल कर पसीने से भीगे घर आते थे और हमारी माँजी हमें सत्तू के शर्बत का ठंडा गिलास देती थीं। बड़ी सी पीतल की बाल्टी में, खूब सारी बर्फ़ में बना… यह हमारी सारी थकावट दूर कर देता। मुझे लगता है भारत के हर घर में ऐसा ही एक सरल, सस्ता और अनोखा स्टाइल का शरबत बनता है। आपके यहां की खासियत क्या है?’

अनिल अग्रवाल का सपना है भारत को सेमीकंडक्टर का हब बनाने का। ये सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय हैं और अपने काम, नवीन टेक्नॉलॉजी सहित कई निजी बातें भी शेयर करते रहते हैं। इस बार उन्होने गुणकारी सत्तू के शरबत के बारे में लिखा है और इस बात में वाकई कोई संदेह नहीं कि ये बेहद पौष्टिक और सुपाच्य है। देश के अलग अलग हिस्सों में सत्तू को अलग अलग तरीके से खाया जाता है। कहीं इसमें शक्कर और पानी मिलाकर लप्सी की तरह खाते हैं तो कहीं लिट्टी में भरा जाता है। लेकिन चाहे जिस रूप में खाएं, ये स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है। बिजनेसमैन अनिल अग्रवाल भी यही कह रहे हैं कि अपने देसी स्नैक्स की ओर लौटना बेहतर है क्योंकि वो सबसे अच्छा विकल्प है।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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