हमेशा भारत पर मेहरबान रहे शिंजो आबे, ऐसे रहे है संबंध

Published on -

नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे पर एक हमलावर ने दिनदहाड़े गोली दाग दी। हमले के समय आबे नारा शहर में एक सड़क पर भाषण दे रहे थे। पूर्व प्रधानमंत्री की हालत फिलहाल नाजुक बनी हुई है। हमलावर को पुलिस ने पकड़ लिया है, वह कैमरामैन बनकर पत्रकारों के साथ संबोधन में घुस गया था, जहां उसने एक के बाद एक आबे पर दो बार गोलियां चलाई। हमले की वजह अभी सामने नहीं आयी है।

शिंजो आबे पर हमले की खबर से पूरी दुनिया के साथ भारत भी सकते में है, क्योंकि आबे के साथ पीएम मोदी के अच्छे सम्बन्ध रहे है। पीएम ने इस बात की जानकारी मिलते ही शिंजो आबे को लेकर ट्वीट भी किया, जहां उन्होंने लिखा, “मेरे प्रिय मित्र अबे शिंजो पर हुए हमले से बहुत व्यथित हूं। हमारे विचार और प्रार्थनाएं उनके, उनके परिवार और जापान के लोगों के साथ हैं।”

ये भी पढ़े … नस्लभेदी टिप्पणी करने वालों की खैर नहीं, इस बार स्टैंड्स में मौजूद होंगे जासूस

बता दे, शिंजो आबे काफी लंबे समय तक जापान के प्रधानमंत्री रहे हैं। वह यहां पर लोकप्रिय नेताओं में से एक है। पहली बार वह 2006 से 2007 तक प्रधानमंत्री रहे थे, लेकिन स्वास्थ्य कारणों के चलते उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वह में 2012 में फिर से प्रधानमंत्री बने और अगस्त 2020 तक इस पद पर बने रहे। अगस्त 2020 में फिर से स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।

इस दौरान शिंजो का भारत के प्रति अच्छा-खासा लगाव रहा। अपने कार्यकाल के दौरान शिंजो आबे ने चार बार भारत का दौरा किया। आइये आपको बताते है है कब-कब आबे भारत के दौरे पर आए और भारत के विकास में कैसे योगदान दिया –

2006

अपने पहले कार्यकाल के दौरान 2006 में शिंजो आबे पहली भारत आए थे, जहां उन्होंने इस दौरान भारत के संसद को संबोधित भी किया था।

2014

2012 में एक बार फिर से जापान के प्रधानमंत्री के रूप में गद्दी संभालने के बाद, 2014 में वह गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) की परेड के मुख्य अतिथि थे। मुख्य परेड में शामिल होने वाले वह जापान के पहले प्रधानमंत्री थे।

ये भी पढ़े … लापरवाही पर बड़ा एक्शन, पंचायत सचिव सहित 13 कर्मचारी निलंबित, कई को नोटिस जारी

2015

2015 में शिंजो आबे भारत के लिए सौगात लेकर आए। इस दौरान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वाराणसी गए थे, जहां उस समय उन्होंने वाराणसी इंटरनेशनल कोऑपरेशन एंड कन्वेंशनल सेंटर की घोषणा की थी। जापान ने इस प्रोजेक्ट में 186 करोड़ रुपये की मदद की थी।

14 जुलाई 2021 को जब पीएम मोदी ने वाराणसी कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन किया, तब अपने संबोधन में उन्होंने शिंजो आबे को खासतौर से धन्यवाद किया था। अपने भाषण में पीएम ने कहा था, “इस आयोजन में एक और व्यक्ति हैं, जिनका नाम मैं नहीं भूल सकता। जापान के ही मेरे मित्र- शिंजो आबे। शिंजो आबे जब काशी आए थे, तो रुद्राक्ष के आइडिया पर उनसे मेरी चर्चा हुई थी।”

2017

2017 में एक बार फिर शिंजो आबे भारत के कुछ लेकर आए। इस दौरे पर वह पीएम मोदी के साथ अहमदाबाद गए थे और मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की शुरुआत की। भारत की पहली बुलेट ट्रेन जापान की मदद से तैयार की जा रही है। इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 1.08 लाख करोड़ रुपये है, जिसमें
88 हजार करोड़ रुपये जापान लगा रहा है।


About Author

Manuj Bhardwaj

Other Latest News