सोनू सूद ने 10 घंटे में किया वादा पूरा, दिया ऑनलाइन क्लास अटेंड करने के लिए छात्र को मोबाइल

Gaurav Sharma
Published on -

मुंबई, डेस्क रिपोर्ट। कोरोना संकट काल (Corona Crisis)   में रियल हीरो (Real hero) बनकर उभरे बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद (bollywood actor sonu sood) आए दिन अपने अच्छे कामों को लेकर सुर्खियों (Headlines)  में रहते हैं। एक बार फिर अपनी दरियादिली के चलते सोनू सूद (sonu sood) फिर से सुर्खियां बटोर रहे है। इस बार सोनू(sonu sood) सूद ने एक बच्चे को मोबाइल दिया है, जिससे वो ऑनलाइन क्लास अटेंड (online class attend) कर सके।

दरअसल, सोनू सूद से उनके एक फॉलोअर (sonu sood follower) ने ऑनलाइन क्लास अटेंड करने को लेकर एक बच्चे को स्मार्टफोन (smart phone) देने का आग्रह किया था, जिसपर रिप्लाई देते हुए सोनू सूद ने ट्वीट किया था कि आगर वो मुझसे वादा करे कि वो मुझे पॉपकॉर्न की पार्टी (popcorn party) देगा तो मैं उसे फोन जरुर दूंगा।

 

अब सोनू सूद ने अपना दिया हुआ वादा पूरा कर दिया है और बच्चे तक मोबाइल पहुंचा दिया है। यूजर ने दोबारा से ट्वीट करते हुए लिखा, ‘सर हैप्पी को मोबाइल तो मिल गया, अब वह बच्चा ऑनलाइन क्लास कर पाएगा। सर आपने तो अपना वादा 10 घंटे में ही पूरा कर दिया। अब हमारी बारी है, तो सर कब आ रहे हैं पॉपकॉर्न खाने।’ इसके जवाब में सोनू सूद ने लिखा, ‘अरे वाह। हीरो लग रहा है हैप्पी। पॉपकॉर्न तैयार रख जल्दी आता हूं खाने।’

बता दें कि कोरोना काल में लगे लॉकडाउन (lockdown) की शुरुआत से ही सोनू सूद (sonu sood) ने प्रवासी मजदूरों (migrant labour) को शहरों से उनके गांव तक पहुंचने में काफी मदद की थी। इसके साथ ही एक्टर ने विदेश में फंसे  छात्रों को भी अपने देश पहुंचाने में मदद का हाथ आगे बढ़ाया था। आए दिन लोगों की एक ही गुहार पर सोनू सूद उनकी मदद के लिए खड़े नजर आ रहे है।


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News