राज्य सरकार की बड़ी तैयारी, जल्द लागू होगी ये योजना! 20 लाख कर्मचारियों-पेंशनरों को मिलेगा लाभ

Pooja Khodani
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लखनऊ, डेस्क रिपोर्ट। यूपी की योगी सरकार जल्द 20 लाख सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों  (UP Employees and Pensioners ) को बड़ा तोहफा दे सकती है।मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो  राज्य के कर्मचारियों और पेंशनरों को अप्रैल माह के अंत तक कैशलेस इलाज की सुविधा मिल सकती है। इसके तहत कर्मचारियों को हेल्थ कार्ड मिलेगा, जिससे वे  सरकारी और प्राइवेट अस्पताल में फ्री इलाज करा सकेंगे। खासबात यह है कि सरकारी मेडिकल संस्थान व अस्पताल में इलाज पर खर्च होने वाली रकम की कोई लिमिट तय नहीं होगी जबकि प्राइवेट अस्पताल में 5 लाख रुपये तक इलाज करा सकेंगे।

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सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए इस योजना का ऐलान किया था, जिसे जल्द अमलीजामा पहनाया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अप्रैल के अंत या फिर मई के पहले सप्ताह में इसे लागू किया जा सकता है। इसके तहत कर्मचारियां को कैशलेस इलाज (cashless treatment) की सुविधा मिलेगी और हेल्थ कार्ड से सरकारी और प्राइवेट अस्पताल में मरीज इलाज करा सकेंगे।इसके लिए चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग को 100 करोड़ का फंड मिलेगा। आयुष्मान योजना से संबद्ध अस्पतालों में ही इन्हें कैशलेस इलाज मिलेगा।

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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तर प्रदेश में 20 लाख सरकारी कर्मचारी और पेंशनभोगियों के परिवार की संख्या करीब 88 लाख है, ऐसे में कैशलेस इलाज योजना के लागू होने के बाद कर्मचारियों पेंशनरों को बड़ा फायदा मिलेगा।ऑनलाइन स्टेट हेल्थ कार्ड बनाने की जिम्मेदारी स्टेट एजेंसी फॉर हेल्थ एंड इंटीग्रेटेड सर्विसेज को दी गई है। सभी विभागाध्यक्षों की जिम्मेदारी होगी कि वह अपने विभाग के कर्मियों व पेंशनरों का स्टेट हेल्थ कार्ड बनवाएं।वर्तमान कर्मचारियों को इलाज के बिलों के भुगतान के लिए विभाग, अस्पताल और सीएमओ कार्यालय के चक्कर काटने पड़ते है।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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