नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। नोएडा स्थित गैर-कानूनी ढंग से तैयार किए गए ट्विन टावर को ध्वस्त करने के लिए अब चंद मिनटों का समय रह गया है। 28 अगस्त 2022 को ठीक 2 बजकर 30 मिनट पर यह 32 और 30 मंजिला टावर जमींनदोज हो जाएगा। इस बात को लेकर लोगों के मन में सबसे बड़ा सवाल यहीं था कि इस ब्लास्ट के होने से फैलने वाली धूल और प्रदूषण को किसे नियंत्रित किया जाएगा। तो इस बारे में आपको बता दें, ट्विन टावर के ध्वस्त होने के बाद उठने वाले धूल के गुबार और प्रदूषण को नियंत्रण में करने के लिए ट्विन टावर के चारों तरफ जगह-जगह स्मॉग गन लगाई गई हैं।
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जब ट्विन टावरों को गिराया जाएगा तो वातावरण में उठने वाली धूल को नियंत्रित करने के लिए स्मॉग गन का इस्तेमाल किया जाएगा। प्राधिकरण की सबसे बड़ी चिंता धूल भरी आंधी को लेकर है। धूल के बादल के कारण आसपास के समाज के लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा, जिसे कम करने के लिए प्राधिकरण द्वारा स्मॉग गन लगाई जा रही हैं। स्मॉग गन से इनका परीक्षण किया गया है और इनके साथ पानी के टैंकर रखे गए हैं। जरूरत पड़ने पर उन्हें एसटीपी प्लांट से भी जोड़ा जाएगा, ताकि पानी की समस्या न हो।

आखिरी बार ट्विन टावर देखने के लिए उमड़ रहा लोगों का हुजूम
आज आखिरकार वो दिन आ ही गया जब नोएडा के ट्विन टावरों को गिरा दिया जाएगा। ऐसे में दूर-दूर से लोग इस अंतिम क्षण को देखने के लिए सेक्टर-93 पहुंच रहे हैं, ताकि वे अपनी आंखों से आखिरी बार गिरते भ्रष्टाचार के भवन को देख सकें।
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100 मीटर से भी ज्यादा ऊंचा ट्विन टावर जब गिरेगा तो इतिहास में दर्ज हो जाएगा। यही वजह है कि हर कोई इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनना चाहता है। सुबह से ही दूर-दूर से लोग अपने परिवार के साथ ट्विन टावर्स को देखने पहुंच रहे हैं। हालांकि आसपास की सड़कों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है, लेकिन लोगों में उत्साह ऐसा है कि वे दूर से ही ट्विन टावर्स को देखना चाहते हैं।