UNDP Ranking of India: संयुक्त राष्ट्र के मानव विकास सूचकांक (HDI) में भारत की रैंकिंग में एक पायदान आगे बढ़कर 134वें पायदान पर पहुंच गई है। इसके साथ ही, जेंडर इनइक्वेलिटी इंडेक्स (GII) में भी भारत ने स्थान में सुधार किया है, जो 0.437 पॉइंट पर पहुंच गया है और देश की रैंकिंग 108वें स्थान पर पहुंची है। दरअसल आपको बता दें की GII-2021 में भारत की स्थिति 0.490 स्कोर के साथ 122वें पायदान पर थी।
महिलाओं के विकास में सुधार:
इसके साथ ही भारत ने महिलाओं के विकास में भी बड़ा काम किया है। दरअसल महिला और बाल विकास मंत्रालय (MHRD) के अनुसार, GII-2021 की तुलना में भारत ने GII-2022 में 14 पायदान का सुधार किया है। इसके साथ ही, भारत में महिला और पुरुष के बीच अंतर का भी समाप्ति करने के लिए कई प्रमुख कदम उठाए गए हैं। दरअसल आंकड़ों की बात की जाए तो देश की श्रम बल भागीदारी दर में सबसे बड़ा लैंगिक अंतर है। देश में महिला और पुरुष के बीच अंतर करीब 47.8 प्रतिशत है।
हालांकि भारत में मानव विकास में उल्लेखनीय सुधार आया है, जिसे संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) की रिपोर्ट ने भी माना है। इसके साथ ही देश में, जन्म के समय जीवन प्रत्याशा, शिक्षा के अवसर और आर्थिक स्थिति में भी सुधार देखा गया है। यह सभी आंकड़े और रिपोर्ट विवरण यहाँ संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट ‘ब्रेकिंग द ग्रिडलॉक: रीइमेजिनिंग कोऑपरेशन इन ए पोलराइज्ड वर्ल्ड’ में प्रकाशित किए गए हैं।
‘किंग द ग्रिडलॉक’ के अनुसार:
दरअसल रीइमेजिनिंग कोऑपरेशन इन ए पोलराइज्ड वर्ल्ड की रिपोर्ट में यह दावा भी किया गया है की, ‘भारत में पिछले कुछ समय में मानव के विकास के लिए उल्लेखनीय कदम उठाए गए है।’ रिपोर्ट की माने तो 1990 के बाद से भारत में, जन्म के समय जीवन प्रत्याशा 9.1 वर्ष बढ़ गई है, वहीं स्कूली शिक्षा के अपेक्षित वर्ष में 4.6 वर्ष का इजाफा हुआ है। जानकारी के अनुसार रिपोर्ट में यह भी सामने आया है की भारत की प्रति व्यक्ति GNI लगभग 287 प्रतिशत गेन हुई है। इसके साथ ही देश में प्रजनन स्वास्थ्य में भी बड़ा सुधार हुआ है।