Valentine’s Day : फरवरी का महीना प्रेम का महीना कहा जाता है। इस महीने प्यार (वैलेंटाइन डे) करने वाले एक दूसरे से अपने प्यार का इज़हार करते हैं। एक- दूसरे को तोहफा देते हैं। एक सप्ताह तक चलने वाले प्यार के त्यौहार में सात दिन अलग- अगल डे मनाए जाते हैं। हर जगह प्रेमी जोड़ें नज़र आते हैं। होटल, रेस्टोरेंट, पार्क, सड़कों सभी जगहों पर जोड़ें घूमते- फिरते, सेल्फी लेते नज़र आते हैं। दुकानों में भी एक-से-बढ़कर-एक गिफ्ट, टेडी, बुक्के, शो केस, कपड़े, घड़ी, जूते इत्यादि एक- दूजे को देते हैं।
बहुत ही खास दिन
इस दिन को हर देश में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है और इस पश्चिमी सभ्यता इन दिनों टेक्नोलॉजी के जमाने में बड़ी तेजी से जगह बनाता नज़र आ रहा है। इससे समाज में धीरे- धीरे लव मैरिज की प्रथा बढ़ रही है जो कि एक प्रकार से सही भी है क्योंकि इसमें लड़का- लड़की पहले से ही दोनों के सुख- दुख, जरूरत, केअर करते हैं/जानते हैं। जिससे उन्हें शादी के बाद एडजस्ट होने में समय नहीं लगता। वहीं, अब पिछले 10 सालों से इसका प्रचलन भारत में भी चल गया है। भारतीय लोग भी इस दिन को बहुत ही खास बनाने का प्रयत्न करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि प्रेम एक ऐसी चीज है जिससे पूरी दुनिया जीती जा सकती है।
वैलेंटाइन डे का इतिहास
वैसे तो हर कोई आज के दिन अपने पार्टनर को खुश करने के लिए तरह- तरह के तरीके अपनाता है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर इस दिन को मनाने के पीछे की क्या वजह है। दरअसल, इस दिन का इतिहास बेहद ही खास है क्योंकि वैलेंटाइन शब्द एक इंसान के नाम पर मनाया जाता है जो कि रोम के रहने वाले थे। उनका नाम संत वैलेंटाइन था। उस समय में रोम के राजा क्लाउडियस प्रेम के बिल्कुल खिलाफ थे। वहीं, किंग क्लाउडियस लव मैरिज का भी विरोध किया करते हैं। इस कारण उन्होंने सैनिकों के शादी करने पर भी पाबंदी लगा दी थी ताकि उनका ध्यान केवल अपने काम पर ही केंद्रित रहें। जिससे उनकी सेना कमजोर ना हो।
जानें पूरी कहानी
जिसका संत वैलेंटाइन ने खुलकर विरोध किया और प्यार को बढ़ावा देने लगे। केवल इतना ही नहीं, उन्होंने राजा के विरुद्ध जा कर 14 फरवरी को कई सारी शादियां भी करवाई। जिसका नतीजा ये हुआ कि रोम के राजा ने उन्हें फांसी की सजा सुना दी। जिसके कारण स दिन को रोम सहित पूरी दुनिया में प्यार का दिन कहा जाने लगा। जिसके बाद 5वीं शताब्दी में रोम के पोप गेलैसियस ने 14 फरवरी को सेंट वैलेंटाइन डे घोषित कर दिया। तब से लेकर आजतक पूरे विश्वभर में इस दिन को वैलेंटाइन डे के नाम से मनाया जाने लगा। इस दिन सामूहिक विवाह का भी आयोजन किया जाता है।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। MP Breaking News इनकी पुष्टि नहीं करता है।)