Election Code Of Conduct: देश में आज से चुनाव आचार संहिता की लागू होने जा रही है। दरअसल आज यानि शनिवार को चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जाएगा जिसके बाद पूरे देश में चुनाव आचार संहिता लागू कर दी जाएगी। चुनाव आयोग के अनुसार, यह संहिता चुनावी माहौल में सभी दलों के लिए अहम मानी जाती है, जो कि चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष और स्वच्छ बनाए रखने का एक प्रमुख उद्देश्य से लागू की जाती है।
दरअसल आदर्श आचार संहिता के तहत कई महत्वपूर्ण नियम होते हैं। प्रमुख नियमों में से एक है कि आचार संहिता के लागू होने के बाद सरकार के मंत्री या अधिकारी न तो किसी भी परियोजना की घोषणा कर सकते हैं और न ही किसी तरह के वित्तीय अनुदान का ऐलान। इसके साथ ही, चुनाव प्रचार के लिए सरकारी मशीनरी, वाहन आदि का उपयोग भी नहीं किया जा सकता है।
सरकारी पैसे का इस्तेमाल करना बंद:
दरअसल आचार संहिता लागू हो जाने के बाद चुनाव प्रचार के लिए न तो कोई मंत्री और न सरकारी मशीनरी और वाहन आदि का उपयोग नहीं कर सकते हैं। इसके साथ आचार संहिता लागू हो जाने के बाद से ही चुनाव प्रचार के लिए सरकारी पैसे का इस्तेमाल करना बंद कर दिया जाएगा यानी किसी पार्टी या नेता को सरकारी पैसे का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं है। वहीं इसके लागू हो जाने के बाद चुनाव प्रचार के लिए सरकारी विमान या सरकारी बंगले का इस्तेमाल भी नहीं किया जा सकता है।
रैली या जनसभा के आयोजन से पहले पुलिस और प्रशासन से अनुमति लेनी अनिवार्य:
दरअसल इसके लागू हो जाने के बाद एक नियम के तहत कोई भी नेता द्वारा मतदाता को लुभाने के लिए प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से न तो पैसे या न कोई और उपहार बांटा जा सकता है। इस संहिता के तहत एक और महत्वपूर्ण नियम है कि किसी भी चुनावी रैली या जनसभा के आयोजन से पहले पुलिस और प्रशासन से अनुमति लेनी अनिवार्य है। यह नियम इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था बनी रहती है और किसी भी आपत्तिजनक घटना की संभावना कम होती है।
चुनावी संघर्ष के दौरान आदर्श आचार संहिता का पालन करना जरूरी है, जिससे कि चुनावी प्रक्रिया निष्पक्ष और स्वच्छ रहे। इस संहिता का उल्लंघन करने पर चुनाव आयोग की शिकायत कर सकती है और उससे सख्त कार्रवाई की जाती है।
चुनाव आयोग के तहत चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के खिलाफ शिकायत करने के लिए भी आम जनता को अधिकतम संख्या में सहयोग करना चाहिए। इससे चुनावी प्रक्रिया को सही दिशा में ले जाने में मदद मिलेगी और देश की लोकतंत्र में निष्कर्ष स्थापित करने में सहायक होगी।
आदर्श आचार संहिता के पालन का महत्व बढ़ गया है और सभी पार्टियों और जनता को इसे सख्ती से मानना चाहिए। इससे चुनावी प्रक्रिया में निष्कर्षता और न्याय की भावना बनी रहेगी और लोकतंत्र को मजबूती मिलेगी।