NEET 2020 के परिणामों में आई त्रुटियां के कारण एनटीए आया सवालों के घेरे में

Gaurav Sharma
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नई दिल्ली, डेस्कर रिपोर्ट। 16 अक्टूबर को NEET 2020 परिणाम घोषित करने के बाद सामने आई कई कमियों को लेकर अब नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Testing Agency) सवालों के घेरे में आ गया है। NEET 2020 परीक्षा परिणाम में मिस मैच को लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी पर कई आरोप लग रहे है।

NEET 2020 परिणाम 16 अक्टूबर को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा घोषित किया गया था। पहले, दो उम्मीदवारों ने NEET 2020 परीक्षा में पूर्ण अंक प्राप्त किए। ओडिशा के सोएब आफताब और दिल्ली की आकांक्षा सिंह ने 720 में से 720 अंक हासिल किए हैं, लेकिन एनटीए की टाई-ब्रेकिंग पॉलिसी के अनुसार आफताब को पहले और सिंह को दूसरे स्थान पर रखा गया है।

वहीं NEET परिणाम में एक कथित त्रुटि ने मध्य प्रदेश में एक छात्र को उसके जीवन को समाप्त करने का कठोर निर्णय लेने के लिए मजबूर कर दिया। इसे कंप्यूटर पर या मानवीय भूल पर दोष दें, लेकिन NEET परीक्षा परिणाम की संख्या में एक बेमेल ने मध्य प्रदेश की विद्या सूर्यवंशी को अपनी ही जान लेने पर मजबूर कर दिया, जो डॉक्टर बनकर लोगों की जान बचाना चाहती थी।

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जब विधी ने अपना रिजल्ट देखा तो उसमें उसने 6 मार्क्स पाए थे। हालांकि, परिवार को विश्वास नहीं हो रहा था कि इस तरह के एक उज्ज्वल छात्र को परीक्षा में इतने खराब अंक मिलेंगे, इसलिए उन्होंने ओएमआर शीट के लिए उसकी दोबारा जांच( cross check) कर वाई,  जिसके बाद पाया गया कि विधी ने वास्तव में 590 अंक हासिल किए थे। अपने खराब नंबर को लेकर विधी इतनी हताश हो गई की उसने फांसी लगा ली। पूरे मामले की जांच में पुलिस जुटी हुई है।

वहीं दूसरी तरफ राजस्थान के कोटा के रहने वाले टॉपर मृदुल को एनटीए ने फेल घोषित कर दिया था। कोटा के रहने वाले मृदुल रावत जो एनटीए द्वारा जारी की गई पहली मार्कशीट के अनुसार NEET 2020 में फेल हो गया था, वास्तव में ST श्रेणी में ऑल इंडिया टॉपर के रूप में उभरा।

मृदुल ने एनटीए द्वारा घोषित परिणाम को चुनौती दी और ओएमआर शीट और आनसर की की जांच के बाद, यह पाया गया कि वह एसटी श्रेणी में ऑल इंडिया टॉपर है।  16 अक्टूबर को, जब एनटीए ने परिणाम घोषित किया, तो उसने मृदुल को 720 में 329 अंक दिए। लेकिन बाद में यह पता चला कि मृदुल ने 720 में से 650 अंक प्राप्त किए हैं।

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हांलाकि, NTA ने स्पष्ट किया है कि यह खबर “नकली, मनगढ़ंत और केवल एकतरफा है”। एनटीए ने कहा कि कुछ उम्मीदवार और उनके माता-पिता ने ये पूछना शुरु कर दिया कि कहीं उनकी भई ओएमआर शीट तो बदल नहीं गई । उत्तर पुस्तिकाओं पर पूछताछ करना शुरू कर दिया। वहीं एनटीए ने सलाह दी है कि कोई भी उम्मीदवारों किसी भी बेईमान एजेंट के बहकावे में ना आए। एनटीए ने छात्रों की नीट परीक्षा और नीट ओएमआर शीट के सभी वर्गों की फाइनल आंसर की पहले ही जारी कर दी है।

बता दें कि नीट 2020 परीक्षा 13 सितंबर को COVID-19 महामारी के बीच संपन्न हुई। NEET 2020 परीक्षा के लिए 15.97 लाख उम्मीदवारों में से लगभग 85-90 प्रतिशत उपस्थित हुए। महामारी के कारण 13 सितंबर को परीक्षा देने से चूकने वाले लगभग 300 उम्मीदवारों ने 14 अक्टूबर को परीक्षा दी।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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