उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। भादो माह के पहले सोमवार के दिन बाबा महाकाल (Mahakal) की सवारी निकाली गई थी। इस सवारी में बाबा महाकाल के पांच रूप देखने को मिले। बताया जा रहा है कि बाबा महाकाल भादो माह के पहले सोमवार को परंपरा के अनुसार नगर भ्रमण पर निकले। यह सावन के बाद पांचवी सवारी थी। आज हम आपको बाबा महाकाल के 5 स्वरूपों के दर्शन करवाने जा रहे हैं, तो देखिए तस्वीरें –
परंपरा के अनुसार सोमवार के दिन ठीक शाम 4:00 बजे बाबा महाकालेश्वर पालकी में सवार होकर भक्तों को 5 रूपों में बाबा महाकाल ने दर्शन दिए। वह पांच रूप कुछ इस तरह है – चंद्रमौलेश्वर हाथी पर मनमहेश, गरुड़ देव के रथ पर श्री शिव तांडव रूप में और नंदी रथ पर श्री उमा महेश जी और ढोल रथ पर होलकर सेठ के मुखारविंद विराजित होकर उज्जैन में भ्रमण के लिए निकले। इस दौरान हजारों भक्तों ने बाबा महाकाल के दर्शन किए। हजारों भक्त इस सवारी में झूमते हुए नजर आए।
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आपको बता दे, आजादी के एक 75वें साल पूरे होने पर देशभर में आजादी का अमृत महोत्सव स्वतंत्रता दिवस के दिन मनाया गया। इस दौरान बाबा महाकाल की पालकी में भी राष्ट्रभक्ति का रंग देखने को मिला। वहीं नगर भ्रमण के दौरान भक्तों को बाबा महाकाल का स्वागत करने का भी मौका मिला। बताया जा रहा है कि आजादी के 76वे साल में प्रवेश करने पर बाबा महाकाल की सवारी में भजन मंडलियों के माध्यम उत्साह और हर किसी के हाथ में राष्ट्रीय ध्वज लहराया हुआ दिखाई दिया।
भादो माह की सवारी में कलेक्टर और एसएसपी भी शामिल हुए। इस दौरान पालकी सवारी निकलने के पहले पंडित घनश्याम शर्मा ने कलेक्टर और एसएसपी से सभा मंडपम में पूजन अर्चन करवाया ऐसे में सबसे पहले भगवान महाकालेश्वर का षोडशोपचार से पूजन किया गया। उसके बाद उनकी आरती की गई। उसके बाद ही पालकी को जिला कलेक्टर व एसएसपी ने उठाकर नगर भ्रमण के लिए आगे निकाला। सोमवार के दिन निकली सवारी में हजारों भक्त झूमते हुए नजर आए। इस सवारी की कई सारी तस्वीरें ही सामने आए। साथ ही जय श्री महाकाल के जरूरी उज्जैन नगरी गूंज पड़ी।