नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) ने गुरुवार (10 मार्च) रात को अप्रैल से ऑनलाइन मोड के माध्यम से यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों के पंजीकरण शुरू करने की घोषणा कर दी है। साथ ही कहा कि दक्षिण कश्मीर हिमालय में तीर्थ यात्रा के दौरान वाहनों की आवाजाही के लिए आरएफआईडी आधारित ट्रैकिंग की जाएगी।
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सीईओ एसएएसबी राहुल सिंह ने जम्मू संभागीय आयुक्त राघव लंगर की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए कहा, “आगामी यात्रा ऑनलाइन पंजीकरण अप्रैल के महीने से पंजीकरण प्रति दिन की सीमा के साथ शुरू होगा। अधिकतम 20 हजार लोग एक दिन में रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे।” इसके अलावा यात्रा के दिनों में कुछ काउंटरों पर ऑन स्पॉट पंजीकरण का भी विकल्प रहेगा।
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सिंह ने कहा कि अमरनाथ तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, बोर्ड ने इस साल की तीर्थ यात्रा के दौरान वाहनों और तीर्थयात्रियों की आवाजाही पर नज़र रखने के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) का उपयोग करने का निर्णय लिया है। साथ ही सभी तीर्थयात्रियों को आरएफआईडी टैग कार्ड जारी किए जाएंगे।
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संभागायुक्त ने उपायुक्तों को तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए मार्ग में पर्याप्त संख्या में शौचालय, वाटर कूलर लगाने के निर्देश दिए हैं। COVID-19 महामारी के कारण, 2020 और 2021 में वार्षिक तीर्थयात्रा सिर्फ फॉर्मेलिटी आधारित थी। इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि अन्य वर्षों की तुलना में इस बार तीर्थयात्रियों की संख्या अधिक होगी।