Shani Dosh ke upay: ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को बहुत महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। शनि देव सभी को उनके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। जिस व्यक्ति पर शनि देव की कृपा बनी रहती है उसका जीवन सुख शांति और समृद्धि से भरपूर रहता है। वहीं, जिसकी कुंडली में शनि दोष होता है या जिस पर शनिदेव देव की कृपा नहीं बनी रहती है, उस व्यक्ति को जीवन में तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ता है। शनि देव अभी कुंभ राशि में विराजमान है। साल 2024 में भी शनि इस राशि में ही रहने वाले हैं। ऐसे में ज्योतिष शास्त्र में कई उपाय बताए गए हैं जिनकी मदद से शनि दोष से छुटकारा पाया जा सकता है। इन्हीं उपायों में से एक है शमी के पौधे का उपाय।
हिंदू धर्म में शमी के पौधे को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। भगवान शंकर और शनिदेव को शमी का पौधा अत्यंत प्रिय है। इस पौधे को लेकर ऐसी मान्यता है कि जो भी व्यक्ति इस पौधे को अपने घर में लगाता है उसके घर में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और नकारात्मक ऊर्जा की छुट्टी हो जाती है। शनि दोष से छुटकारा पाने के लिए इस पौधे के कई उपाय बताए गए हैं। जिनको करने से घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है। लेकिन इस पौधे का उपाय करने से पहले कुछ बातों को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है। खासतौर पर पौधे की दिशा का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। क्योंकि आपने अपने घर में पौधा लगाया है लेकिन उसकी दिशा गलत है तो यह शुभ फल की वजह अशुभ फल देता है।
किस दिशा में लगाना चाहिए शमी का पौधा
घर में हमेशा शमी का पौधा ईशान कोण या फिर पूर्व दिशा में ही लगाना चाहिए। इस दिशा में शमी का पौधा लगाने से घर में सुख-शांति बनी रहती है और कभी भी धन की कमी नहीं होती है।
शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए शमी के पौधे से क्या उपाय करें
दीपक जलाएं: प्रत्येक शनिवार के दिन शमी के पौधे के नीचे दीपक जरूर जलाना चाहिए। ऐसा करने से जीवन में आ रही तमाम परेशानियां दूर हो जाती है।
साफ सफाई रखें: हमेशा अपने घर में जहां पर भी शमी का पौधा लगाएं, उस जगह को साफ सुथरा रखें। गंदगी होने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती है और धन संबंधित समस्याएं होने लगते हैं।
पूजा करें: प्रत्येक शनिवार के दिन शमी के पौधे की विधि विधान से पूजा करें ऐसा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और शनि के अशुभ प्रभाव से राहत मिलती है।
(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)