Astro Tips: सूर्यास्त के बाद इन 5 चीजों का नहीं करना चाहिए दान, जानें क्या कहते हैं ज्योतिषीय नियम

ज्योतिष में ऐसे कई नियमों का उल्लेख किया गया है, जो व्यक्ति के जीवन को गहरे तरीके से प्रभावित करते हैं। चलिए आज हम आपको उन चीजों को जानकारी देते हैं जिनका दान सूर्यास्त के बाद नहीं करना चाहिए।

Diksha Bhanupriy
Published on -
Astro Tips

Astro Tips: ज्योतिष का हमारे जीवन से गहरा संबंध है। हिंदू धर्म में इसका विशेष महत्व माना गया है। कोई भी शुभ काम बिना ज्योतिष की सलाह से नहीं किया जाता। ज्योतिष में कई उपायों का भी वर्णन किया गया है, जिनका पालन व्यक्ति के जीवन में शुभता लाने का काम करता है।

ज्योतिष में कुछ जरूरी नियम भी दिए गए हैं, जिनका पालन हर व्यक्ति को करना चाहिए। अगर व्यक्ति इन नियमों का पालन नहीं करता है, तो उसे जीवन में तरक्की नहीं मिलती है और धन हानि का सामना भी करना पड़ सकता है। चलिए हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताते हैं जिन्हें सूर्यास्त के बाद दान नहीं देना चाहिए।

दूध

हिंदू धर्म में दान पुण्य का विशेष महत्व माना गया है। सूर्यास्त के बाद व्यक्ति को दूध का दान नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से माता लक्ष्मी नाराज होती हैं और भगवान विष्णु भी क्रोधित हो जाते हैं। इससे दुर्भाग्य और दरिद्रता का जीवन में आगमन होता है।

दही

सूर्यास्त के बाद दही का दान करना भी शुभ नहीं होता। ऐसा करने से शुक्र देवता नाराज हो जाते हैं। अगर शुक्र नाराज होते हैं तो व्यक्ति के भौतिक सुख में कमी आती है।

लहसुन प्याज

लहसुन और प्याज का दान भी सूर्यास्त के बाद शुभ नहीं माना गया है। दरअसल इसका संबंध राहु और केतु से होता है। समुद्र मंथन के बाद जब भगवान विष्णु ने सुदर्शन चक्र से स्वरभानु की गर्दन काटी थी तो उनके गले से कुछ बूंदे गिरी थी। जिससे लहसुन और प्याज का जन्म हुआ था। इसलिए इनका दान नहीं किया जाता।

हल्दी

गुरुवार के दिन हल्दी का दान नहीं करना चाहिए और खास तौर पर सूर्यास्त के बाद बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से तरक्की में बाधा आती है।

धन

माता लक्ष्मी सूर्यास्त के बाद ही घर में प्रवेश करती हैं। ऐसे में सूर्यास्त के बाद कभी भी धन का दान नहीं करना चाहिए। सूर्यास्त के बाद धन को दान करना माता लक्ष्मी को अपने घर से विदा करना कहलाता है।

डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।


About Author
Diksha Bhanupriy

Diksha Bhanupriy

"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।

Other Latest News