Ratna Shastra: ज्योतिष में व्यक्ति के जीवन से जुड़े हुए सभी पहलुओं का गहरे तरीके से जिक्र दिया गया है। यह व्यक्ति के जीवन के बारे में सब कुछ बता देता है। करियर से लेकर शादी, आर्थिक स्थिति सब कुछ ज्योतिष के जरिए पता किया जा सकता है।
ज्योतिष एक नहीं बल्कि कई अलग-अलग भागों में विभाजित है। इनमें से एक भाग रत्न शास्त्र भी है, जिसमें कई चमत्कारी रत्नों का उल्लेख दिया गया है। यह चमत्कारी रत्न नौ ग्रहों से संबंधित होते हैं जो व्यक्ति के जीवन के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। राहु एक ऐसा ग्रह है जो व्यक्ति के जीवन में सुख समृद्धि और खुशहाली लेकर आता है। इसके शुभ प्रभाव से हर काम में सफलता मिलती है। अगर इस ग्रह की स्थिति मजबूत हो तो व्यक्ति भौतिक सुख सुविधाओं की प्राप्ति करता है।
राहु एक ऐसा ग्रह है जिसकी स्थिति अगर कुंडली में खराब हो जाती है तो व्यक्ति का जीवन समस्याओं से घिर जाता है। जिन लोगों के वैवाहिक जीवन में दिक्कत बनी रहती है या आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। अनहोनी का डर सता रहा है इसका मतलब है कि राहु की स्थिति कमजोर है। लेकिन गोमेद एक ऐसा रत्न है जो इन सारी समस्याओं से छुटकारा दिला सकता है। चलिए आज हम आपको राहु के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए किस तरह से गोमेद पहनना चाहिए यह बताते हैं।
गोमेद धारण करने के नियम
- गोमेद को हमेशा अष्टधातु या फिर चांदी में चढ़कर पहनना चाहिए।
- यह हमेशा शनिवार के दिन स्वाति और आर्द्रा नक्षत्र में पहना जाता है।
- यह कभी भी 6 रत्ती से कम का नहीं होना चाहिए।
- इसे धारण करने से पहले गंगाजल, दूध, शहद और चीनी में डालकर रात भर भिगोकर रख दें।
- इसके बाद राहु मंत्र का 108 बार जाप करें और अपनी कनिष्ठा में धारण कर लें।
- इसके साथ कभी भी मूंगा, पुखराज और माणिक्य नहीं पहना जाता है।
होंगे ये फायदे
- ज्योतिष के मुताबिक गोमेद धारण करने से व्यक्ति के कार्यों में जो बाधाएं आ रही है, वह दूर हो जाती है।
- व्यक्ति को अपने काम में मनचाहा परिणाम मिलने लगता है और शत्रुओं से छुटकारा भी मिलता है।
- जो लोग मानसिक शांति चाहते हैं और खुश रहना चाहते हैं उनके लिए ये काफी लाभदायक है।
- वैवाहिक जीवन में आ रही दिक्कतें इस रत्न को पहनने से दूर हो जाती है। यह रिश्ते में प्रेम और मधुरता को बढ़ाने का काम करता है।
- जो लोग कालसर्प दोष से पीड़ित है उनके लिए यह बहुत शुभ माना गया है। इसके प्रभाव से कालसर्प दोष का प्रभाव खत्म हो जाता है और व्यक्ति के जीवन में सुख शांति आती है।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।