जनवरी में इस दिन मनाई जाएगी बसंत पंचमी, सरस्वती माता होंगी प्रसन्न, मिलेगा लाभ, ऐसे करें पूजा

Manisha Kumari Pandey
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Basant Panchami 2023: हिन्दू धर्म में वसंत पंचमी का बहुत खास महत्व होता है। इस दिन विद्या की देवी माता सरस्वती की पूजा की जाती है। इसी के साथ बनस्त ऋतु का आगमन भी हो जाता है। इस त्योहार का महत्व विद्यार्थियों के लिए बहुर ज्यादा है। माह महीने की पंचमी तिथि को सरस्वती पूजा मनाया जाता है। इसे होली के शुरू होने का संकेत भी मिलता है। इस दिन पीला और सफेद रंग का वस्त्र पहनना बहुत शुभ माना जाता है।इस साल यह त्योहार इस साल 26 जनवरी के दिन पड़ रहा है।

इस पर्व को बहुत ज्यादा खास माना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन माता सरस्वती की पूजा करने से बुद्धि प्रदान होती। । साथ ही मन को शांति और घर में सुख समृद्धि होती है। इस दिन पीले रंग के वस्त्र धारण करने की मान्यता है। साथ ही पिला भोग चढ़ाना भी बहुत शुभ माना जाता है। माता सरस्वती की पूजा विधि पूर्वक की जाती है पीले रंग का फूल चढ़ाना बेहद ही फायदेमंद होता है।पंचमी तिथि का आरंभ 25 जनवरी दोपहर 12:34 बजे से शुरू हो रहा है। जिसका समापन 26 जनवरी सुबह 10:28 बजे होगा। 26 जनवरी सुबह 7:12 बजे से लेकर दोपहर 12:43 बजे तक पूजा करना शुभ होगा।

ऐसे करें पूजा

  • सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान कर ले और स्वच्छ कपड़े पहने।
  • एक ऊंचे आसान पर पीला कपड़ा बिछाकर माता सरस्वती की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें।
  • उसके बाद तस्वीर या मूर्ति को गंगाजल से स्नान करवाएं और फिर पीले रंग के वस्त्र पहना दें।
  • बाद में अक्षत हल्दी, पीले रंग का फूल, गुलाल, धूप, गुलाल,  और दीपक अर्पित करें
  • सरस्वती को हल्दी का तिलक लगाना बहुत ही ज्यादा शुभ माना जाता है।
  • आप भोग में बेसन के लड्डू या फिर पीले लड़की को भी मिठाई चढ़ा सकते हैं।
  • पूजा के बाद हवन करना भी काफी शुभ माना जाता है जिसके बाद प्रसाद का वितरण जरूर करें करें।

Disclaimer: इस खबर का उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है। यह मान्यताओं और पौराणिक कथाओं पर आधारित है। विशेषज्ञों की सलाह जरूर लें।


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