तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको गीता उपदेश में बताए गए उन बातों के बारे में विस्तार से बताएंगे, जिसे भगवान श्री कृष्ण द्वारा दूरी बढ़ाने की सलाह दी गई है। अन्यथा, व्यक्ति का धन, दौलत, मान, प्रतिष्ठा और सुख सब नष्ट हो जाता है।
निंदा
- दूसरों की निंदा करने से न केवल हमारे व्यक्तिगत और सामाजिक रिश्तों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, बल्कि हमारी आत्मिक संतुलन और आत्मविश्वास पर भी असर पड़ता है।
- निंदा करने से हमारी सोच में नकारात्मकता और द्वेष का विकास होता है, जो हमें सकारात्मकता और शांति से दूर कर देता है।
- इसलिए हमें सकारात्मक सोच रखना चाहिए, ताकि हमारा जीवन सुख और समृद्धि से बीत सके।
महिलाओं का सम्मान
- गीता उपदेश के दौरान श्री कृष्ण ने बताया कि पराई स्त्री पर बुरी नजर डालना गलत है, बल्कि सामाजिक और मानवता की दृष्टि से भी यह अनुचित है।
- इससे न केवल पारिवारिक समृद्धि पर असर पड़ता है, बल्कि समाज में भी आपके मान-सम्मान को नुकसान।
- भगवत गीता में बताया गया है कि हमें समाज में समरसता और समानता की दिशा में काम करना चाहिए। इसलिए सभी महिलाओं का आदर और सम्मान करें।
धन
- पराया धन हड़पना न केवल नैतिकता के खिलाफ है, बल्कि यह जीवन में अनेक प्रकार के संघर्ष और संकट ला सकता है।
- गीता उपदेश के अनुसार, मेहनत और ईमानदारी से कमाया गया धन हमेशा आपकी समृद्धि का कारण बनता है लेकिन दूसरों से अर्जित किया हुआ धन हमेशा आपके लिए नुकसानदायक ही होता है।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)