चाणक्य नीति के अनुसार बुद्धिमान स्त्री की होती है ये पहचान, बनकर रहती है रानी – जाने अपनों का व्यक्तित्व

आचार्य चाणक्य का जन्म 400 ईसा पूर्व माना जाता है। वहीं, चाणक्य नीति में व्यक्त किए गए सिद्धांत और उपदेश लोगों को जीवन में सफलता, धर्म, अधिकार और खुशहाली की प्राप्ति के लिए मार्गदर्शन करते हैं।

Sanjucta Pandit
Updated on -

Chanakya Niti : चाणक्य जिसे कौटिल्य और विष्णुगुप्त के नाम से भी जाना जाता है। भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण व्यक्तित्व माना जाता है। वह एक प्रमुख नीति विद्वान्, राजनीतिज्ञ, आचार्य और गुरु थे। जिन्होंने मौर्य साम्राज्य की स्थापना करवाने में भूमिका निभाई थी।चाणक्य की राजनीति, नीति, अर्थशास्त्र, कूटनीति, चाणक्य नीति और लोकनीति पर आधारित है। आचार्य चाणक्य का जन्म 400 ईसा पूर्व माना जाता है। वहीं, चाणक्य नीति में व्यक्त किए गए सिद्धांत और उपदेश लोगों को जीवन में सफलता, धर्म, अधिकार और खुशहाली की प्राप्ति के लिए मार्गदर्शन करते हैं।

चाणक्य नीति आज भी प्रेरणादायक है। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको बुद्धिमान स्त्री की पहचान बताते हैं, जिस कारण वो हमेशा रानी बनकर रहती हैं। आइए जानते हैं विस्तार से…

चाणक्य नीति के अनुसार बुद्धिमान स्त्री की होती है ये पहचान, बनकर रहती है रानी - जाने अपनों का व्यक्तित्व

जानें Chanakya Niti

  • चाणक्य नीति के अनुसार, जो स्त्री मूर्ख होती हैं वह पति को गुलाम बनकर खुद भी गुलाम बन जाती है क्योंकि अगर उनके पति गुलाम है, तो उसे हिसाब से वह गुलाम की पत्नी हुई, लेकिन बुद्धिमान स्त्री पति को बादशाह बना कर खुद रानी बन जाती है। इसलिए किसी भी स्त्री को अपने पति को गुलाम बनाने के बजाय बादशाह बनाना चाहिए।
  • चाणक्य नीति के अनुसार, जिस रिश्ते में रहते हुए कोई आपको रुला दे उससे ज्यादा गहरा रिश्ता कोई नहीं होता, लेकिन अगर कोई आपको रोते हुए छोड़ दे, उससे कमजोर भी कोई रिश्ता नहीं होता। इसलिए हमेशा अपने रिश्ते को मजबूत बनाएं।
  • चाणक्य नीति के अनुसार, इंसान को अगर दो वक्त का खाना खाने के लिए अधिक पैसा नहीं है तो उन्हें नमक रोटी खाकर सो जाना चाहिए लेकिन कभी भी अपनों के सामने हाथ नहीं फैलाना चाहिए। क्योंकि वह जितना देंगे नहीं उससे अधिक वह आपको सुनेंगे और अपने एहसान तले दबा कर रखेंगे। इसलिए कभी भी अपनों के आगे हाथ ना फैलाएं।
  • आचार्य चाणक्य के अनुसार, जब कुदरत किसी के साथ किए गए धोखे की सजा देता है तो वह इंसान को रोने के काबिल भी नहीं छोड़ती। इसलिए कभी भी भूल कर भी यह कोशिश करें कि आप किसी के साथ धोखा ना करें, क्योंकि समय एक ऐसा चक्र होता है जो आज आप उनके साथ करेंगे। वह लौट कर आप तक जरूर आएगा, यहां पर किया गया इंसान के कर्मों का फल उन्हें यहीं पर भुगतना है। इसलिए हमेशा अच्छे कर्म करते जाएं।
  • चाणक्य नीति में इस बात का जिक्र किया गया है कि बुरे कर्मों को किया नहीं जाता, बल्कि यह अपने आप स्वेच्छा से होता चला जाता है, लेकिन अच्छे कर्मों के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। तब जाकर आपको सफलता हासिल होता है। इसलिए हमेशा मेहनत करें इसका फल आपको अवश्य ही कभी ना कभी मिलेगा।
  • चाणक्य नीति के अनुसार, हर व्यक्ति अपने स्तर पर समझदार होता है, लेकिन यह इसका अर्थ नहीं है कि उसे दूसरों को मूर्ख समझना चाहिए। हर व्यक्ति को सम्मान और सहयोग के साथ दूसरों के साथ व्यवहार करना चाहिए। इसलिए हमें दूसरों का सम्मान करते हुए।
  • अक्सर लोग अपनी समझदारी को देखकर अहंकार में डूब जाते हैं और उन्हें अपने आस-पास के लोगों को कम समझदार समझने लगते हैं। इससे वे धोखा खाते हैं और उनका रिश्ता दूषित होता है। चाणक्य नीति के अनुसार, हमें अहंकार को दूर रखकर सभी व्यक्तियों के प्रति सम्मान और समझदारी दिखानी चाहिए।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


About Author
Sanjucta Pandit

Sanjucta Pandit

मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

Other Latest News