Jaya Ekadashi: जया एकादशी पर करें ये 5 खास उपाय, माँ लक्ष्मी होंगी प्रसन्न, सुख-समृद्धि में होगी वृद्धि, हमेशा भरी रहेगी तिजोरी

मंगलवार को शुभ योगों में जया एकादशी का व्रत रखा जाएगा। इस दिन कुछ उपायों को आजमाकर आप धन संबंधित समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं। आइए जानें भगवान विष्णु और माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए क्या करें?

Manisha Kumari Pandey
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Jaya Ekadashi 2024: सनातन धर्म में जया एकादशी का विशेष महत्व होता है। इसे भीष्म एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस बार 20 फरवरी को जया एकादशी का व्रत रखा जाएगा। यह दिन माँ लक्ष्मी और सृष्टि के पालनहारा भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इस बार कई शुभ योगों में माघ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी मनाई जाएगी। इस दिन कुछ उपायों को करना लाभकारी माना जाता है। जीवन के कष्टों से मुक्ति मिलती है। सुख और समृद्धि में वृद्धि होती है। सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

तुलसी से जुड़ा खास उपाय

जया एकादशी के दिन लाल कपड़े में तुलसी के कुछ पत्ते को लपेटकर तिजोरी में रख दें। इस दौरान भगवान विष्णु से जुड़े मंत्रों का जाप करें। पूजा के दौरान इन्हीं पत्तों को माँ लक्ष्मी और भगवान विष्णु को अर्पित करें। ऐसा करने से आर्थिक लाभ होता है। धन-धान्य में वृद्धि होती है।

लक्ष्मी-नारायण को अर्पित करें ये चीजें

भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा करें। पीले रंग के वस्त्र, पीले फूल और पीले फल अर्पित करें। घी का दीपक जलाएं। ऐसा करने से माँ लक्ष्मी के साथ-साथ श्रीहरि भी प्रसन्न होते हैं। जीवन के कष्टों से मुक्ति मिलती है। धनलाभ के योग बनते हैं।

सुखमय वैवाहिक जीवन के लिए करें यह काम

जया एकादशी के दिन पूजा के दौरान माँ लक्ष्मी को 16 शृंगार की चीजें अर्पित करें। ऐसा करने से सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है। वैवाहिक जीवन सुखमय होता है।

पीपल से जुड़ा खास उपाय

इस दिन पूजा के दौरान भगवान विष्णु को पीपल के पत्ते पर दूध और केसर से बनी मिठाई का भोग लगाएं। पीपल पेड़ की पूजा करें, घी का दीपक जलाएं। ऐसा करने से धन लाभ होता है। कर्ज से मुक्ति मिलती है।

पीले फूल से करें ये उपाय

जया एकादशी के दिन गेंदे या पीले फूलों की माला भगवान विष्णु को अर्पित करें। पूजा के बाद इस माला को पीले वस्त में लपेटकर घर के पूर्व दिशा में टाँग दें। ऐसा करने से घर में माँ लक्ष्मी का वास होता है। क्लेश और झगड़ों से मुक्ति मिलती है।

(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है, जो पंचांग, ग्रंथों, मान्यताओं और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। MP Breaking News इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि नहीं करता।)


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