इंदौर, आकाश धोलपुरे। मध्यप्रदेश के इंदौर में यूं तो कई चमत्कार होते हैं और कई चमत्कारों से भरे देवस्थल भी है जहां भक्तों को भगवान के चमत्कार समय-समय पर देखने को मिलते हैं। आज श्रावण का पहला सोमवार है ऐसे में आज हम आपको विश्वप्रसिद्ध खजराना गणेश की नगरी इंदौर और उज्जैन के विश्वप्रसिद्ध महांकाल मंदिर के बीच पड़ने वाले एक अद्भुत मंदिर के बारे में बता रहे हैं।
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जी हां हम जिक्र कर रहे है गौतमपुरा के इंगोरिया रोड़ स्थित ग्राम नरसिंगा के उस पल का जहां से चंबल नदी की धाराओं के बीच भगवान शिव का अद्भुत मंदिर है जो दशकों पुराना है। भगवान शिव के इस मंदिर में शिवलिंग के दर्शन के लिए भक्तों को आसानी से दर्शन नही मिलते है बल्कि यहां हर भक्त को नाव पर सवार होकर पहुंचना पड़ता है। श्रावण मास के एक माह पहले से लेकर 8 माह तक चमत्कारिक जलेश्वर महादेव के दर्शन के लिये बिना नाव और बिना केवट के सहारे नही पहुंचा जा सकता है फिर भक्त चाहे आम इंसान हो या फिर खास। हालांकि जो भक्त यहां पहुंच नही पाते वो ऊपरपुल पर खड़े रहकर भी बाबा भोले के दर्शन कर सकते है।
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जलेश्वर महादेव मंदिर उत्तर दिशा में बहने वाली चंबल नदी की धाराओं के बीच मे स्थित है। हालांकि मंदिर के पुजारी ईश्वर लाल की माने तो वो यहां 70 साल से पूजा कर रहे है वही ग्रामीणों का कहना है कि उनकी कई पीढ़ियां गुजर चुकी है लेकिन भक्तों की हर मनोकामना को पूरी करने वाले जलेश्वर महादेव नदी में ही विराजमान है। कहा ये भी जाता है कि जब जब भी चंबल नदी उफान पर आती है तो जलेश्वर महादेव लहरों की दिशा में आगे नहीं बहते बल्कि उफान थमने पर वो हमेशा विपरीत दिशा याने दक्षिण की ओर आगे बढ़ जाते है। यहां आने वाला हर भक्त इसे भगवान शिव का चमत्कार ही मानते हैं।
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शिवभक्त नागेश्वर नामक युवक ने बताया जलेश्वर महादेव मंदिर की विशेषता बताते हुए कहा कि मंदिर को जब ड्रोन से शूट कराया गया तो ऊपर से यहां मंदिर नदी के अलग-अलग पड़ाव के चलते त्रिशूल के आकार में दिखाई पड़ता है। वहीं जलेश्वर महादेव को बायीं ओर से देखा जाए तो त्रिशूल की आकृति ॐ का स्वरूप ले लेती है। वर्षों पुराना ये देवस्थल स्वयं नदी के बहाव में उद्गम हुआ है और ग्रामीणों सहित दूर दराज से यहां भक्त जलेश्वर महादेव के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। ये भी कहा जाता है कि जलेश्वर महादेव यूं तो हर समय हर भक्त की मनोकामना पूर्ण करते है लेकिम श्रावण मास में यहां जो भी भक्त अपनी इच्छा को लेकर जलेश्वर महादेव का पूजन अर्चन करता है उसकी मनोकामना जल्द ही पूरी हो जाती है। आज श्रावण मास का पहला सोमवार है और ऐसे में यहां देर शाम तक भक्तों का तांता लगा रहेगा और नाव के जरिये यहां पहुंचकर हर भक्त भगवान शिव के दर्शन कर पूजा अर्चना करता है और हर भक्त खुशी-खुशी यहां से लौटता है।