Friday Special: धन-दौलत की देवी को रिझाना चाहते हैं? करें ये 5 अचूक उपाय फिर देखें कमाल

Friday Special: शुक्रवार, सप्ताह का छठा दिन, जो बृहस्पतिवार के बाद और शनिवार से पहले आता है। यह दिन कई संस्कृतियों और धर्मों में महत्वपूर्ण माना जाता है। धन, समृद्धि और सौभाग्य की देवी मां लक्ष्मी की पूजा का दिन। व्रत, पूजा, दान आदि करके मां लक्ष्मी को प्रसन्न किया जाता है।

maa lakshmi

Friday Special: सनातन धर्म के अनुसार सप्ताह का शुक्रवार दिन धन की देवी मां लक्ष्मी को समर्पित होता है। इस दिन लोग मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए विधि विधान से पूजा अर्चना करते हैं साथ ही साथ तरह-तरह के उपाय भी करते हैं। अगर आप भी शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी को रिझाने के लिए विधि विधान से पूजा अर्चना करते हैं तो हम आपको बता दें की पूजा अर्चना करने के साथ-साथ आपको श्री सूक्त स्तोत्र का पाठ भी अवश्य करना चाहिए, इस पाठ को अत्यंत शक्तिशाली माना जाता है, इसके अलावा चलिए जानते हैं कि शुक्रवार के दिन क्या-क्या करना चाहिए।

मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए क्या-क्या करना चाहिए

1. शुक्रवार का व्रत

यह मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का सबसे सरल और उत्तम उपाय है। शुक्रवार के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें। इसके बाद घर की साफ-सफाई करें और मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें। फिर, धूप, दीप, नैवेद्य, फल, फूल आदि अर्पित करके मां लक्ष्मी की पूजा करें। पूरे दिन व्रत रखें और शाम को आरती उतारकर प्रसाद ग्रहण करें।

2. श्री लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ

शुक्रवार के दिन श्री लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करना भी मां लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय है। इससे धन-दौलत की प्राप्ति होती है और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।

3. कन्या पूजन

शुक्रवार के दिन 9 कन्याओं को भोजन खिलाकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें। यदि संभव हो तो, इन्हें लाल वस्त्र, सुपारी, श्रीफल और दक्षिणा भी दें।

4. दीपदान

शुक्रवार के दिन शाम को घी या तेल का दीपक जलाकर मां लक्ष्मी को अर्पित करें। इसके अलावा, घर के मुख्य द्वार पर भी एक दीपक जलाएं।

5. श्री यंत्र की पूजा

यदि आपके पास श्री यंत्र है, तो शुक्रवार के दिन इसकी विधिवत पूजा करें। इससे मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और धन-वैभव में वृद्धि होती है।

“श्री सूक्त”

हरिः ॐ हिरण्यवर्णां हरिणीं सुवर्णरजतस्रजाम् ।

चन्द्रां हिरण्मयीं लक्ष्मीं जातवेदो म आवह ॥॥

तां म आवह जातवेदो लक्ष्मीमनपगामिनीम् ।

यस्यां हिरण्यं विन्देयं गामश्वं पुरुषानहम् ॥॥

अश्वपूर्वां रथमध्यां हस्तिनादप्रबोधिनीम् ।

श्रियं देवीमुपह्वये श्रीर्मा देवी जुषताम् ॥॥

कां सोस्मितां हिरण्यप्राकारामार्द्रां ज्वलन्तीं तृप्तां तर्पयन्तीम् ।

पद्मे स्थितां पद्मवर्णां तामिहोपह्वये श्रियम् ॥॥

चन्द्रां प्रभासां यशसा ज्वलन्तीं श्रियं लोके देवजुष्टामुदाराम् ।

तां पद्मिनीमीं शरणमहं प्रपद्येऽलक्ष्मीर्मे नश्यतां त्वां वृणे ॥॥

आदित्यवर्णे तपसोऽधिजातो वनस्पतिस्तव वृक्षोऽथ बिल्वः ।

तस्य फलानि तपसानुदन्तु मायान्तरायाश्च बाह्या अलक्ष्मीः ॥॥

उपैतु मां देवसखः कीर्तिश्च मणिना सह ।

प्रादुर्भूतोऽस्मि राष्ट्रेऽस्मिन् कीर्तिमृद्धिं ददातु मे ॥॥

क्षुत्पिपासामलां ज्येष्ठामलक्ष्मीं नाशयाम्यहम् ।

अभूतिमसमृद्धिं च सर्वां निर्णुद मे गृहात् ॥॥

गन्धद्वारां दुराधर्षां नित्यपुष्टां करीषिणीम् ।

ईश्वरींग् सर्वभूतानां तामिहोपह्वये श्रियम् ॥॥

मनसः काममाकूतिं वाचः सत्यमशीमहि ।

पशूनां रूपमन्नस्य मयि श्रीः श्रयतां यशः ॥॥

कर्दमेन प्रजाभूता मयि सम्भव कर्दम ।

श्रियं वासय मे कुले मातरं पद्ममालिनीम् ॥॥

आपः सृजन्तु स्निग्धानि चिक्लीत वस मे गृहे ।

नि च देवीं मातरं श्रियं वासय मे कुले ॥॥

आर्द्रां पुष्करिणीं पुष्टिं पिङ्गलां पद्ममालिनीम् ।

चन्द्रां हिरण्मयीं लक्ष्मीं जातवेदो म आवह ॥॥

आर्द्रां यः करिणीं यष्टिं सुवर्णां हेममालिनीम् ।

सूर्यां हिरण्मयीं लक्ष्मीं जातवेदो म आवह ॥॥

तां म आवह जातवेदो लक्ष्मीमनपगामिनीम् ।

यस्यां हिरण्यं प्रभूतं गावो दास्योऽश्वान् विन्देयं पूरुषानहम् ॥॥

यः शुचिः प्रयतो भूत्वा जुहुयादाज्यमन्वहम् ।

सूक्तं पञ्चदशर्चं च श्रीकामः सततं जपेत् ॥॥

(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)


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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं। मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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