Ganesh Chaturthi 2023: इस दिन मनाई जाएगी गणेश चतुर्थी, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Sanjucta Pandit
Published on -

Ganesh Chaturthi 2023 : गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश के मूर्ति की स्थापना की जाती है और उनकी पूजा-अर्चना की जाती है। यह त्योहार भगवान गणेश के आशीर्वाद को प्राप्त करने का अच्छा मौका होता है। गणेश भगवान को विगति के विभिन्न कार्यों की प्राप्ति में सहायक माना जाता है। उन्हें विज्ञान, कला, शिक्षा और बुद्धि के देवता के रूप में पूजा जाता है। गणेश चतुर्थी के दिन लोग अपने घरों में गणेश भगवान की मूर्ति को स्थापित करते हैं। उनकी पूजा करते हैं, भोग चढ़ाते हैं और उनके चरणों में आरती करते हैं। इसके बाद गणेश भगवान की मूर्ति को विसर्जन के लिए नदी या समुद्र की ओर ले जाते हैं, जिसे “विसर्जन” या “गणपति विसर्जन” कहा जाता है।

Ganesh Chaturthi

गणेश चतुर्थी को भगवान गणेश के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है और इसे हिन्दू धर्म में बड़े ही धूमधाम और आदर-सम्मान के साथ मनाया जाता है। आइए जानें इस वर्ष किस तिथि को मनाया जाएगा, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि…

शुभ मुहूर्त

भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी तिथि शुरू – 18 सितंबर 2023, दोपहर 12.39

भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी तिथि समाप्त – 19 सितंबर 2023, दोपहर 01.43

गणेश स्थापना समय – सुबह 11.07 – दोपहर 01.34 (19 सितंबर 2023)

पूजा सामग्री

  • गणेश भगवान की मूर्ति या प्रतिमा
  • दूर्वा घास की माला
  • सुपारी
  • पंचामृत (दूध, घी, दही, शहद, गन्ध)
  • हल्दी कुमकुम
  • रोली
  • चौक
  • पूजा की थाली
  • पूजा के वस्त्र (धोती या साड़ी)
  • धूप और दीप
  • पूजा की किताब (अगर आपको आवश्यक हो)
  • पूजा के मंत्र (गणेश चालीसा, गणेश अथर्वशीर्ष, विघ्नराज विधान, या अन्य मंत्र)

पूजा की विधि

  • पूजा की थाली पर गणेश भगवान की मूर्ति को स्थापित करें।
  • गणेश भगवान की मूर्ति के आगे सुपारी, दूर्वा, पूजा के वस्त्र, और माला रखें।
  • पूजा की थाली पर पंचामृत, हल्दी कुमकुम, रोली, चौक, धूप, और दीप रखें।
  • पूजा के वस्त्र से गणेश भगवान की मूर्ति को ढंकें।
  • अपने हाथ धोकर, ध्यान और श्रद्धा से पूजा करने के लिए बैठें।
  • मन, वचन और क्रिया से गणेश भगवान की पूजा करें।
  • उनकी आरती करें और मंत्र पठ करें।
  • पूजा के दौरान गणेश चालीसा या अन्य मंत्रों का पाठ करें।
  • गणेश भगवान को पंचामृत से अभिषेक करें।
  • पूजा के बाद अर्चना के प्रसाद के रूप में सुपारी और दूर्वा का वितरण करें।
  • धूप और दीप की आरती करें और भगवान गणेश की कृपा का प्रार्थना करें।
  • आरती के बाद आशीर्वाद के लिए प्रार्थना करें।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना अलग-अलग जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।)


About Author
Sanjucta Pandit

Sanjucta Pandit

मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

Other Latest News