Gita Updesh: अशांत मन को इन तरीकों से करें नियंत्रित, पढ़ें गीता उपदेश यहां

आज के आर्टिकल में हम आपको भगवान श्री कृष्ण द्वारा बताए गए अशांत मन पर नियंत्रण कैसे करना है। इसके बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देंगे। आइए जानते हैं विस्तार से...

Sanjucta Pandit
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Gita Updesh बच्चों को शुरू से ही श्रीमद्भगवद्गीता पढ़ाया जाता है। दरअसल, यह सनातन धर्म के महत्वपूर्ण ग्रंथ में से एक है। जिसमें कुल 18 अध्याय और 700 श्लोक हैं, जिसे संस्कृत भाषा में लिखा गया था। हालांकि, अब इसे बहुत सी भाषाओं में अनुवाद किया जा चुका है। इनमें हिंदी, इंग्लिश, आदि भाषाएं शामिल है। इसमें धर्म योग, कर्म योग और ज्ञान योग के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा की गई है। बता दें कि यह ग्रंथ भगवान श्री कृष्ण और अर्जुन के बीच हुए संवाद का विस्तृत वर्णन है। जब 2 परिवारों के बीच धर्म और अधर्म की लड़ाई लड़ी गई थी। तब अर्जुन के मन में बहुत सारी दुविधाएं चल रही थी, जिसे दूर करने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने उन्हें गीता उपदेश देते हुए विश्व रूप के दर्शन करवाए थे। जिसके बाद उन्होंने जीवन के रहस्य को जानते हुए इस युद्ध को लड़ा और कौरवों पर जीत हासिल की। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको भगवान श्री कृष्ण द्वारा बताए गए अशांत मन पर नियंत्रण कैसे करना है। इसके बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देंगे। आइए जानते हैं विस्तार से…

Gita Updesh: अशांत मन को इन तरीकों से करें नियंत्रित, पढ़ें गीता उपदेश यहां

पढ़ें गीता उपदेश

  • गीता उपदेश के दौरान भगवान श्री कृष्ण ने यह कहा था कि इंसान को मां पर नियंत्रण पाने के लिए हमेशा सीखते रहना चाहिए, क्योंकि निरंतर प्रयास करने से वह कुछ-ना-कुछ नया अवश्य सकता है। जिससे उसके जीवन में बदलाव देखने को मिलता है और यह बदलाव उनके मन को शांति और राहत पहुंचना है। इसलिए हमेशा सीखते रहे।
  • भगवान श्री कृष्ण के अनुसार, अशांत मन को नियंत्रित करने के लिए आत्म जागरूकता और एहसास का होना बहुत जरूरी है। यह दोनों चीज लोगों को मजबूती प्रदान करता है, क्योंकि सेल्फ कॉन्फिडेंस इंसान को अंदर से मजबूत करता है। जिसके बलबूते पर वह कुछ भी कर सकता है।
  • भगवान श्री कृष्ण ने गीता उपदेश के दौरान यह बताया था की। मन को नियंत्रित करने के लिए इंसान को हमेशा बड़ी चीजों से जुड़े रहना चाहिए, जैसे हमेशा मदद करते रहना चाहिए। लोगों को खुद से जोड़ कर रखना चाहिए, ताकि आगे चलकर किसी को कोई परेशानी ना हो।
  • गीता उपदेश में यह बताया गया है कि अक्सर जीवन में बदलाव को स्वीकार करना ही अशांत मन को शांत कर सकता है। इसलिए हमेशा परिणाम की चिंता किए बगैर निरंतर अपने कार्य करते चले जाइए। यह बात हमेशा याद रखिएगा भगवान आपको हर एक कर्मों का परिणाम अवश्य देगा।
  • गीता उपदेश के दौरान भगवान श्री कृष्ण ने कहा है कि अनुशासन का हमेशा पालन करने वाला व्यक्ति अशांत मन पर शांति पाता है।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है। पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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