क्यों बांधा जाता है पेड़ों पर कलावा? जानें इसके पीछे का कारण और महत्व

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Hindu Belief : हिंदू धर्म में पेड़ पौधों की पूजा करने का काफी ज्यादा महत्व माना गया है। अक्सर तीज त्योहार पर सबसे पहले पेड़ पौधों की पूजा की जाती है। इतना ही नहीं उस पर कलावा भी बांधा जाता है। आपने भी अक्सर पेड़ों पर कलावा बंधे हुए देखा होगा और यह भी सोचा होगा कि आखिर यह क्यों बांधा जाता है। इसके बांधने के पीछे की वजह क्या है? हाथ में तो अक्सर लोग कलावा बांधते हैं लेकिन पेड़ों पर इसे बांधना शुभ क्यों होता है? अगर आपके मन में भी ऐसे सवाल आते हैं तो आज हम आपको ज्योतिषों के अनुसार पेड़ों पर कलावा क्यों बांधा जाता है और उसका क्या महत्व है उसके बारे में बताने जा रहे हैं, तो चलिए जानते हैं –

पेड़ पौधों पर कलावा बांधने का महत्व

हिंदू धर्म के अनुसार कलावा बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह एक रक्षा सूत्र के तौर पर काम करता है। पेड़ पर कलावा बांधने से जीवन की तमाम समस्याएं खत्म होती है। इतना ही नहीं इसके कई फायदे भी होते हैं।

सुहाग की होती है रक्षा

ज्योतिषों का मानना है कि अगर बरगद के पेड़ पर पूजा करने के बाद कलावा बांधा जाता है तो इससे सुहाग की रक्षा होती है। इतना ही नहीं अकाल मृत्यु का डर भी टल जाता है।

हिंदू धर्म और शास्त्रों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि कुछ पेड़ पौधे ऐसे होते हैं जिनमें भगवान का वास होता है। जैसा कि सभी कहते हैं पीपल के पेड़ में ब्रह्मा, विष्णु और भगवान शिव सहित कई देवी देवताओं का वास होता है। इस वजह से इस पेड़ पर कलावा बांधना शुभ माना जाता है। कलवा बांधना कई समस्याओं से छुटकारा दिला सकता है।

ज्योतिषों के मुताबिक, पेड़ पौधों पर कलावा बांधने से वास्तु दोष दूर होता है। साथ ही लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है। इतना ही नहीं घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। वहीं सकारात्मक बने रहने लगती है। इसके अलावा बुरी शक्तियां भी दूर होती है। अगर कोई तुलसी के पौधे पर कलवा बांधता है तो इससे मन की कृपा हमेशा बनी रहती है।

Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।


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Ayushi Jain

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