बारिश (Rain) का मौसम चल रहा है और ऐसे में इस मौसम में सबसे ज्यादा कीटों की पैदावार हो जाती है। ऐसे में बारिश के मौसम में घरों में भी यह नजर आने लगते हैं। इन्हीं में सबसे ज्यादा केंचुआ और कनखजूरे (kankhajura) देखने को मिलते हैं। आज हम कनखजूरे के बार में एक इंट्रेस्टिंग फैक्ट बताने जा रहे हैं।
आपको बता दे, कनखजूरा एक तरह का किट है। जो बारिश में सबसे ज्यादा पाया जाता है। इतना ही नहीं जहां ज्यादा सीलन होती है वहां भी इनकी पैदावार सबसे ज्यादा होती है। कनखजूरे को घर में देख लोग काफी ज्यादा डर जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कनखजूरे के दिखने से क्या फायदे होते हैं। शयद नहीं जानते होंगे आज हम आपको बताने जा रहे है कनखजूरे के दिखने से क्या शुभ और अशुभ फल होते हैं। तो चलिए जानते है –
ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि कनखजूरे राहु का प्रतीक होते हैं। ऐसे में अगर ये घर की फर्श पर नजर आए तो ये दर्शाता है कि आपके घर का वास्तु सही नहीं हैं। इतना ही नहीं कनखजूरों को घर में मारना अशुभ माना जाता है इसलिए ज्योतिषों द्वारा बताया गया है कि इसे घर के बाहर करने का उपाय ढूंढे मारें ना।
ज्योतिषों द्वारा ये भी बताया गया है कि अगर किसी व्यक्ति का राहु कमजोर होता है तो उन्हें उनके घर की बाथरूम, मुख्य द्वार, दहलीज और सीढ़ियों पर ये किट नजर आता हैं। अगर आपके घर के पूजा कमरे में अगर कनखजूरा पाया जाए तो ये शुभ संकेत होता हैं। बताया गया है कि ऐसा होने से आपको कुछ शुभ समाचार मिलने वाले होते हैं।
मारा हुआ कनखजूरा दिखने दे –
अगर आपको घर पर मरा हुआ कनखजूरा दिख रहा है तो ये शुभ माना जाता है। कहा जाता है ऐसा होने से घर में बड़ी परेशानी आने वाली होती है। लेकिन वो टल जताई हैं। इसके अलावा अगर आपसे भूलवश या अंजाने में ये किट मर जाए तो इसका सीधा असर आपके राहु गृह पर पड़ता हैं। ऐसे में जीवन में दिक्कत आने की संभावना होती है।
कहा जाता है अगर ये आपके सिर पर चढ़ जाए तो ये अशुभ माना जाता है। इससे आपकी सेहत ख़राब होने के संकेत मिलते हैं। ज्योतिषों द्वारा बताया गया है कि कनखजूरे के सिर पर चढ़ने से गंभीर बीमारी होने के संकेत मिलते है।
इसके अलावा अगर ये आपके हाथ पर चढ़ जाए तो ये भी अशुभ संकेत होता हैं। ऐसा होने से कोई काम बिगड़ने वाला होता है। लेकिन अगर आपके घर में कनखजूरा आया है और वो अचानक दीखते ही गायब हो जाए तो समझ लीजिये आपका कोई बड़ा काम होने वाला है।
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Ayushi Jain
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