भगवान राम को बेहद पसंद हैं ये वस्तुएं, भोग और प्रसाद में चढ़ाएं उनके प्रिय खाद्य पदार्थ

Prasad

Food and Prasad offered to Lord Shri Ram : आज अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो गई है। इस अवसर को लेकर देश ही नहीं दुनियाभर में श्रद्धालुओं के मन में उत्साह और भक्तिभाव का माहौल है। ये मंदिर परम्परागत नागर शैली में बना है और यहां 25 हजार क्षमता वाले एक दर्शनार्थी सुविधा केंद्र का निर्माण भी किया जा रहा है। इसके खंभों व दीवारों में देवी देवता तथा देवांगनाओं की मूर्तियां उकेरी गई हैं।

भगवान राम जन जन के मन में बसे हुए हैं। देशभर में श्रद्धालु अपनी अपनी आस्था और परंपरानुसार उनकी पूजा करते हैं। पूजा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है अपने आराध्य को भोग लगाना या प्रसाद चढ़ाना। तो आज इस खास मौके पर हम ये जानेंगे कि श्रीराम को किन किन खाद्य पदार्थों का भोग लगाया जाता है और प्रसाद चढ़ाया जाता है।

श्रीराम को भोग और प्रसाद में चढ़ाएं ये वस्तुएं

  1. धार्मिक मान्यतानुसार भगवान राम को खीर बेहद प्रिय है। उनके जन्म के समय खीर बनाई गई थी और इसीलिए कहा जाता है कि उन्हें खीर का भोग बहुत पसंद है।
  2. श्री राम को धनिया से बनी पंजीरी का प्रसाद भी बहुत पसंद आता है। ये उनकी प्रिय वस्तुओं में से एक है।
  3. इसी के साथ आटे घी और मेवे से बनी पंजीरी भी प्रसाद में रखी जाती है। श्रीराम को प्रसाद में मेवा भी चढ़ाया जाता है।
  4. जब भी प्रसाद चढ़ाएं तो उसमें तुलसी पत्र अवश्य रखें। तुलसी के बिना पूजा और प्रसाद पूर्ण नहीं माना जाता है।
  5. मावे से बनी बर्फी, पेड़ा, कलाकंद या अन्य मिष्ठान्न भी भोग में चढ़ाए जाते हैं।
  6. भगावन राम को केसर भात और गुलाब जामुन भी काफी प्रिय है।
  7. वनवास के दौरान श्रीराम वनों में रहे थे। इस समय उन्होने कई तरह के कंदमूल खाए थे। इसलिए उन्हें कंदमूल भी बेहद प्रिय हैं।
  8. भगवान राम को अलग अलग फलों का प्रसाद भी चढ़ाया जाता है। धार्मिक कथा अनुसार उन्होने शबरी के जूठे बेर खाए थे, इसलिए प्रसाद में बेर भी चढ़ाए जाते हैं।
  9. हलवा, पूरणपोली, लड्डू और मालपुए का भोग भी लगाता जाता है।
  10. धार्मिक मान्यतानुसार किसी भी पूजा के प्रसाद में पंचामृत आवश्यक माना जाता है। इसलिए श्रीराम को पंजामृत का प्रसाद भी चढ़ाया जाता है।

(ये लेख विभिन्न धार्मिक स्त्रोतों से प्राप्त जानकारियों पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।)


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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