mahas hivaratri 2020: इस बार महाशिवरात्रि के दिन शनि और शुक्र का दुर्लभ संयोग बन रहा । जो कि बहुत ही शुभ माना जाता है। शिवरात्रि पर शनि अपनी स्वयं की राशि मकर में और शुक्र ग्रह अपनी उच्च राशि में रहेगा यह दुर्लभ योग है। जब यह दोनों बड़े ग्रह शिवरात्रि पर स्थित में रहेंगे 2020 से पहले 25 फरवरी 1930 को ठीक ऐसा ही योग बना था और शिवरात्रि मनाई गई थी। जब सूर्य कुंभ राशि और चंद्र मकर राशि में होता है तब फाल्गुन मास कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि की रात शिवरात्रि पर्व मनाया जाता है। 21 फरवरी की शाम 5:36 तक त्रयोदशी तिथि रहेगी। उसके बाद चतुर्दशी तिथि शुरू हो जाएगी शिवरात्रि का पर्व 21 फरवरी की रात चतुर्दशी तिथि रहेगी इसलिए इस साल यह पर्व 21 फरवरी को मनाया जाएगा।
राशि के अनुसार करें पूजा
मेष राशि- शिवरात्रि पर कच्चा दूध और दही शिवलिंग पर चढ़ाएं धतूरा अर्पण करें कपूर जलाकर आरती करें
वृषभ राशि – शिवलिंग को गन्ने के रस से स्नान कराएं मोगरे का इत्र लगाएं दीपक जलाकर आरती करें।
मिथुन राशि- शिवरात्रि पर स्पीक के शिवलिंग की पूजा करें लाल गुलाल कुमकुम चढ़ाएं आंकड़े के फूल अर्पण करें।
कर्क राशि-शिवरात्रि पर अष्टगंध चंदन से अभिषेक करें और आटे से बनी रोटी का भोग लगाकर आरती करें।
सिंह राशि- फलों के रस में मिलाकर शिवजी का अभिषेक करें और आरती पढ़ें।
कन्या राशि- बेर,धतूरा, भांग बिल्व पत्रों पर रखकर मिठाई का भोग चढ़ाएं।
तुला राशि- अलग-अलग फूल मिलाएं और शिवलिंग को स्नान कराएं मोगरा चावल चंदन समर्पित करें।
वृश्चिक राशि- शुद्ध जल से स्नान कराएं स्नान कराने के बाद फिर से जल से स्नान कराएं और आरती करें।
धनु राशि- रिंग करें और सूखे मेवे का भोग लगाएं आरती करें पूजन करें इसके बाद यह गेहूं में दान कर दें।
कुंभ राशि- सफेद काले तिलों को मिलाकर किसी ऐसे शिवलिंग पर चढ़ाएं जो एकांत में हो आरती करें।
मीन राशि- शिवरात्रि पर पीपल के नीचे बैठकर शिवलिंग की पूजा करें।
महाशिवरात्रि की पूजा का शुभ मुहूर्त
21 फरवरी दिन शुक्रवार शाम 5:16 से महाशिवरात्रि शुरू होगी और 22 फरवरी शनिवार को शाम 7:09 बजे तक रहेगी। मासिक शिवरात्रि का व्रत जो भक्त करना चाहते हैं तो वह इस महाशिवरात्रि से शुरू कर दें।