Hanuman Ji Birth Place : हनुमान जी का नाम सुनते ही लोगों के जहन में उनकी एक विशाल प्रतिमा बन जाती है। इससे लोगों के मन में शांति होने के साथ एक आत्मविश्वास बन जाता है। इतना ही नहीं लोग हनुमान जी के सबसे बड़े भक्त हैं। इसे में बजरंगबली अपने भक्तों की रक्षा के लिए हमेशा तात्पर्य रहते हैं। जब भी किसी भक्त को कोई समस्या आती है तो वह हमेशा उसके साथ खड़े रहते हैं।
अगर आप भी हनुमान जी के भक्त है तो क्या आप जानते है उनका जन्म कहा हुआ था? वो कौन सी जगह है जो बेहद खूबसूरत है। वहां कई लोग घूमने के लिए जाते हैं। शायद आप जानते तो होंगे लेकिन वहां आसपास क्या क्या जगह है और अगर आप वहां जाना चाहते हैं तो कहा जाए ये नहीं पता होगा। ऐसे में आज हम आपको हनुमान जी की जन्मस्थली बताने जा रहे हैं। तो चलिए जानते हैं कहां हुआ था बजरंगबली का जन्म और आसपास क्या क्या घुमने के लिए जगह है।
इस जगह पर हुआ हनुमान जी का जन्म –
जहां हनुमान जी का जन्म हुआ था वहां एक बहुत बड़ा विशाल मंदिर है जो देश ही नहीं पूरी दुनिया में विख्यात है। यहां दूर-दूर से पर्यटक और भक्त आते हैं। मान्यताओं के अनुसार वैसे तो हनुमान जी के जन्म को लेकर कई सारी बातें कहीं जाती है। रामभक्त और रामदूत हनुमानजी के जन्मस्थान को लेकर हमेशा मतभेद रहा है। लेकिन अगर अतीत के पन्नों में देखा जाए तो उनकी जन्मस्थली अंजनाद्री पर्वत मानी जाती है। इतना ही नहीं रामायण में किष्किंधा बताया गया है।
इस जगह को अभी हम्पी के नाम से जाना जाता है। ये कर्नाटक में स्थित है। कहा जाता है इसी स्थान पर हनुमान जी का जन्म हुआ था। उनकी जन्मस्थली हम्पी और उससे 20 किमी की दूरी पर अनेगुंडी गांव के पास में स्थित है। इसी गांव में अंजनाद्रि पर्वत है। अगर आप यहां घुमने जाना चाहते हैं तो आपको पंपा सरोवर, बालि किला, मधुबन, ऋषिमुख पर्वत घुमने जा सकते हैं। इतना ही नहीं आपको यहां कई मंदिर मिल जाएंगे जहां आप जा सकते हैं। हम आपको आसपास की खूबसूरत जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं तो चलिए जानते हैं-
यंत्रोधारक आंजनेय मंदिर –
भगवान राम, महाबली हनुमान और माता अंजनी को अंजनाद्रि पर्वत पर बना ये मंदिर समर्पित है। यहां काफी ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है। यहां मंदिर में 800 सीढ़ियां है। जिसे चढ़ कर आपको मंदिर तक जाना पड़ता है। इस मंदिर में चढ़ाई करने के लिए सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक का टाइम रहता हैं। आप अगर यहां आए हुए है तो इस मंदिर में जरुर माथा टेक कर आए।
बालि किला –
बालि किला काफी ज्यादा प्रसिद्ध है। यहां कई लोग घूमने आते हैं। इस जगह को रामायण में किष्किंधा नरेश के नाम से जाना जाता है। ये किला आकर्षण का केंद्र है। लोग यहां आकर इसके इतिहास के बारे में जानने की कोशिश करते हैं। ये जगह बेहद खूबसूरत है। दूर-दूर से लोग यहां आते हैं।
अनेगुंडी गांव
हम्पी से लगभग 10 किलोमीटर दूर आनेगुंडी गांव में बसा हुआ है। ये जगह बेहद पुरानी है। रामायण में इस गांव को सुग्रीव द्वारा शासित किष्किन्धा राज्य माना जाता था। इस जगह को 14वीं से 16वीं शाताब्दी तक विजयनगर साम्राज्य की क्षेत्रीय राजधानी के रूप में जाना जाता था। आप यहां जरुर घुमने जाए।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है।