पापांकुशा एकादशी व्रत करने से नष्ट होंगे पाप, मिलेगा लाभ, इन बातों का रखें खास ख्याल, जानें यहाँ

padmini ekadashi

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। हर साल अश्विन मास के शुक्ल पक्ष पर पापांकुशा एकादशी (Papankusha Ekadashi) मनाई जाती है। इस दिन पड़ने वाली एकादशी व्रत का हिंदू धर्म में बहुत ही खास महत्व होता। हिन्दू पंचांग के मुताबिक इस साल पापांकुशा एकादशी 6 अक्टूबर हो पड़ रही है। साथ ही कई शुभ संयोग भी बन रहे। मान्यताएं हैं कि पापांकुशा एकादशी व्रत रखने से विष्णु लोक की प्राप्ति होती है और सारे पाप मिट जाते हैं। शास्त्रों के मुताबिक व्रत के दौरान कुछ ऐसी बातें हैं जिनका खास खयाल रखना बहुत जरूरी होता है, वरना कई मुसीबतें भी सामने आ सकती हैं।

यह भी पढ़े…Sarkari Naukari: DRDO में निकली कई पदों पर भर्ती, 14 अक्टूबर से पहले करें आवेदन, जानें आयु-पात्रता

पापांकुशा एकादशी व्रत रखने से पहले मांसाहारी खाद्य पदार्थों का सेवन करना वर्जित होता है। यदि आप व्रत करने जा रहे हैं तो उसके पहले भूलकर भी मांसाहार का सेवन ना करें। इसके अलावा पापांकुशा एकादशी व्रत के दिन बैंगन, मसूर की दाल और चावल आदि का सेवन करना बहुत ही अशुभ माना जाता है।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"