Paush Purnima 2023: साल का पहला पूर्णिमा इस महीने की 6 जनवरी को पड़ रहा है। इसे पौष पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार यह बेहद खास होता है। इसके अंत से माघ मास शुरुआत होगी। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक इस अवसर पर कई शुभ संयोग भी पड़ रहे हैं। पौष पूर्णिमा माता लक्ष्मी को समर्पित होती है। पवित्र नदियों में स्नान करना और दान करना बहुत ही फलदायी माना जाता है। 6 जनवरी 2023 सुबह 2:29 बजे इसकी शुरुआत होगी और समापन 7 जनवरी सुबह 4:52 बजे होगा।
ऐसे करें पूजा
इस साल पौष पूर्णिमा पर बहुत ही विशेष योग बन रहे हैं। कुछ उपायों को करने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष कृपा पूरे साल भक्तों पर रहेगी। अन्य वर्षों की तुलना में इस साल यह अधिक फायदेमंद होगा। इसके लिए सुबह उठकर जल्दी स्नान कर लें। यदि आप पवित्र नदियों में स्नान करने नहीं जाते हैं तो पनि में गंगा जल मिलाकर स्नान कर सकते हैं। उसके बाद साफ-सुथरे वस्त्र पहनकर मंदिर में एक घी का दीपक जलाएं। फिर माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करें। बिना तुलसी के नारायण को भोग ना लगाएं। अब भगवान विष्णु-माता लक्ष्मी की आरती करें।
धनलाभ के लिए करें उपाय
- इस दिन अष्टलक्ष्मी स्त्रोत का पाठ करना बहुत शुभ होता है। ऐसा करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है ।
- आर्थिक समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए पौष पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी को उनके प्रिय खीर का भोग लगाएं।
- इस दिन चंद्रमा का बहुत खास महत्व होता है। इसलिए चंद्र को अर्घ्य दें। ऐसा करने से परेशानियाँ दूर होती है।
- मान्यताओं के अनुसार इस दिन पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करना बहुत शुभ होता है। इसके साथ मिठाई का भोग भी लगाना चाहिए। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन की समस्या खत्म होती।
- 11 कौड़ियों पर हल्दी लगाकर माँ लक्ष्मी को अर्पित करें। पूजा खत्म होने के बाद अगले दिन इसे तिजोरी या पैसा रखने वाली जगह पर रख दें। ऐसा करने से धनलाभ होता है।
Disclaimer: इस खबर का उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है। कोई भी उपाय आजमाने से पहले विशेषज्ञों की सलाह जरूर लें।