Surya Gochar: 7 दिन बाद सूर्य बदलेंगे अपनी चाल, शुरू होंगे इन 5 राशियों के बुरे दिन, फूँक-फूँक रखें हर कदम

Manisha Kumari Pandey
Published on -

Surya Gochar 2023: 18 अक्टूबर को ग्रहों के राजा सूर्य तुला राशि में गोचर (Sun Transit) करेंगे। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों के राशि परिवर्तन का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है। ग्रह गोचर (Grah Gochar) किसी के लिए शुभ तो किसी के लिए अशुभ साबित हो सकता है। सूर्य को भक्ति, सम्मान, पद, राजनीतिक, नौकरी, व्यवसाय, स्वर्ण एवं गेहूं का कारक माना जाता है। सूर्य गोचर कुछ राशियों के जीवन में संघर्ष बढ़ा सकता है। आने वाला एक महिना इन राशियों के शुभ नहीं होगा। कोई भी निर्णय सोच-समझ कर लेने की जरूरत है।

तुला राशि

भले ही सूर्य तुला राशि में प्रवेश करेंगे। लेकिन जातकों के यह ग्रह गोचर अनुकूल नहीं होगा। परिवार में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। कार्य क्षेत्र में नई चुनौतियां आ सकती है। सहकर्मियों के साथ संबंध बिगड़ सकते हैं। कारोबार में नुकसान हो सकता है।

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के करियर और सफलता के रास्ते में रुकावट आ सकती है। बिजनेस पार्टनर के साथ संबंध बुरे हो सकते हैं। पार्टनरशिप में नुकसान हो सकता है। काम को लेकर तनाव बढ़ सकता है।

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों को कार्यस्थल में संघर्ष का करना पड़ सकता है।  इस दौरान नौकरी बदलने का फैसला भारी पड़ सकता है। सब्र रखने की जरूरत है। सोच-समझ कर कोई भी फैसला लें।

धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए भी सूर्य का राशि परिवर्तन अशुभ साबित हो सकता है। कार्यस्थल में दबाव बढ़ने के कारण तनाव हो सकता है। छात्रों के लिए भी परीक्षा में सफलता प्राप्त करना मुश्किल हो सकता है। नौकरी मिलना भी आसान नहीं होगा।

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। मेहनत से किए गए कार्यों में में भी निराशाजनक परिणाम मिल सकते हैं। कार्यस्थल में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। आर्थिक नुकसान हो सकता है।

(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है। MP Breaking News इन बातों की पुष्टि नहीं करता।)

 


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News