भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक विशेष घटना होती है। हिन्दू धर्म में ग्रहण को अशुभ घटना के रूप में माना जाता है। इस दौरान कई ऐसे कार्य हैं जिनकी मनाही होती है। साथ ही पूजा भी करना अशुभ माना जाता है। इस साल का अंतिम चंद्रग्रहण (Lunar Eclipse) दिवाली के ठीक 15 दिन बाद लग रहा है। दिवाली के 15 दिन बाद ही देव दिवाली मनाई जानी थी, लेकिन चंद्र ग्रहण के कारण इसमें कुछ बदलाव किये गए हैं। इस साल कुल 4 ग्रहण लगने वाले हैं जिनमें से दो बहुत पहले ही पड़ चुके हैं और अब भी दो बाकी है।
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इस साल देव दिवाली 8 नवंबर को पड़ रही है, लेकिन चंद्रग्रहण सूतक कल के कारण देव दिवाली एक दिन पहले ही मनाई जाएगी। इसका मतलब यह है कि इस साल देव दिवाली 8 नवंबर की जगह 7 नवंबर को मनाई जाएगी। ग्रहण का सूतक काल 9 घंटे पहले लग जाता है। ग्रहण का सूतक काल बहुत अशुभ माना जाता है। इस दौरान कई शुभ कार्य और पूजा करने पर मनाही होती है। इसलिए देव दिवाली को सूतक कल से पहले ही मनाया जाएगा।