केतु के दुष्प्रभाव का संकेत है घर में बढ़ती चूहों की संख्या, बिना देर किए करें ये उपाय

भावना चौबे
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Ketu ke upay: राहु और केतु यह दोनों नाम ही ऐसे हैं जिन्हें सुनकर हर किसी को डर लगता है। इन दोनों में से किसी का भी प्रभाव बढ़ता है तो अलग-अलग प्रकार से व्यक्ति को जीवन में संकेत मिलते हैं। आज हम खासतौर पर केतु के बारे में जानेंगे।अक्सर घरों में चूहे पाए जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि चूहों की बढ़ती संख्या भी केतु का ही दुष्प्रभाव है। जैसे-जैसे घर में चूहों की संख्या बढ़ती है वैसे-वैसे केतु का दुष्प्रभाव भी बढ़ता है। लाल किताब के अनुसार ऐसा माना जाता है कि केतु दो तरह के संकेत देते हैं। एक घर में रहने वाले श्वान के जरिए जो घर की रखवाली करता है यह शुभ प्रभाव को दर्शाता है। वहीं, दूसरा घर में बढ़ते चूहों का प्रभाव जो अशुभ माना जाता है। घर में बढ़ते चूहों से घर में कंगाली आती है साथ ही साथ कई नकारात्मक प्रभाव भी पड़ते हैं।

केतु के क्या-क्या नकारात्मक प्रभाव होते हैं

नींद न आना

जब केतु का बुरा प्रभाव पड़ता है तो नींद पर भी बुरा असर पड़ता है। लाख कोशिश करने के बाद भी नींद नहीं आती है तो समझ लीजिए कि केतु का प्रभाव आपके जीवन में पढ़ रहा है।

अधिक धन खर्च होना

जरूरत से ज्यादा धन खर्च होना भी केतु का नकारात्मक प्रभाव होता है। लाख कोशिश करने के बाद भी जब आपके पास पैसा टिकता नहीं है या फिर एक के बाद एक धन खर्च होता रहता है, तो इसका यह मतलब है कि आपके जीवन में केतु का नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।

जोड़ों में दर्द होना

जोड़ों में अधिक दर्द होना भी केतु का नकारात्मक प्रभाव दर्शाता है। अगर दर्द मामूली है या कुछ समय बाद ठीक हो जाता है, तो यह आम समस्या है। लेकिन अगर जोड़ों का दर्द बढ़ता जा रहा है तो यह कहीं ना कहीं केतु का नकारात्मक प्रभाव दर्शाता है।

संतान सुख न होना

संतान सुख की प्राप्ति ना होना और लगातार घर में तनाव की स्थिति बनना भी केतु का नकारात्मक प्रभाव दर्शाता है या फिर बच्चों से जुड़ी कोई भी परेशानी बार-बार होना भी केतु का नकारात्मक प्रभाव दर्शाता है।

केतु के क्या-क्या सकारात्मक प्रभाव होते हैं

संतान सुख की प्राप्ति

पद प्रतिष्ठा के साथ ही संतान सुख की प्राप्ति होना केतु के सकारात्मक प्रभाव को दर्शाता है।

मजबूत रिश्ते

घर परिवार में रिश्तों का लगातार मजबूत होना भी केतु के सकारात्मक प्रभाव को दर्शाता है।

तरक्की

व्यापार या फिर किसी भी कार्यस्थल में तरक्की मिलना भी केतु के सकारात्मक प्रभाव की निशानी है।

केतु के नकारात्मक प्रभाव को दूर करने के लिए क्या करें

1. केतु के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए काले या फिर सफेद कुत्ते को रोटी खिलाना चाहिए।

2. केतु के कष्टों से मुक्ति पाने के लिए काले और सफेद तिल को बहते जल में बहाएं।

3. केतु के दोषों को दूर करने के लिए चांदी की अंगूठी जिस पर सांप की आकृति बनी हो उसे धारण करें।

4. केतु के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए मंदिर में जाकर गणपति और देवी दुर्गा को लाल रंग के पुष्प अर्पित करें।

5. केतु के दुष्प्रभावों को दूर करने के लिए गरीब या फिर जरूरतमंद लोगों को भोजन या फिर वस्त्र दान करें।

(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)


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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं। मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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