Paris Paralympics 2024 का आठवां दिन भारत के लिए बेहद खास रहा। दरअसल देश ने अपना 25वां पदक जीतते हुए एक नया इतिहास रच दिया है। बता दें कि यह उपलब्धि भारतीय जूडोका कपिल परमार ने पुरुषों की जे1 कैटेगरी के 60 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीतकर हासिल की है। जानकारी के अनुसार भारत के लिए पेरिस पैरालंपिक में यह अब तक का सबसे सफल प्रदर्शन रहा है, जिसमें भारत ने अब तक 5 स्वर्ण, 9 रजत और 11 कांस्य पदक जीत लिए हैं।
कपिल परमार ने जूडो में अपने अद्वितीय कौशल से भारत के लिए गौरव हासिल किया है। वहीं ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में उन्होंने ब्राजील के एलिटन डी ओलिविएरा को महज 33 सेकेंड में 10-0 के स्कोर से पराजित किया है। दरअसल यह मुकाबला कपिल के आत्मविश्वास और निपुणता का केंद्र बना रहा, जब उन्होंने धमाकेदार शुरुआत करते हुए अपने प्रतिद्वंद्वी को पहले ही मिनट में धराशायी कर दिया।
ईरान के खोराम बनिताबा के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा
हालांकि, कपिल परमार को सेमीफाइनल में ईरान के खोराम बनिताबा के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हार मानने के बजाय ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में शानदार वापसी की। दरअसल सेमीफाइनल की हार के बाद भी उनका जज़्बा कायम रहा और उन्होंने अगले मुकाबले में बेहतरीन प्रदर्शन कर मेडल अपने नाम किया। वहीं कपिल के इस प्रयास ने पूरे देश को गर्व से भर दिया और पैरालंपिक में भारत की सफलता में एक और मेडल जोड़ दिया है।
वहीं जूडो के साथ-साथ आर्चरी में भी भारत ने कड़े मुकाबले खेले, लेकिन मिक्स्ड टीम इवेंट में मेडल जीतने से चूक गई। दरअसल हरविंदर सिंह और पूजा की जोड़ी ने सेमीफाइनल में इटली की टॉप रैंक टीम को कड़ी टक्कर दी, लेकिन अंततः हार का सामना करना पड़ा, जिससे ब्रॉन्ज मेडल उनकी पहुंच से दूर रह गया।
मेडल से चूकि भारतीय मिक्स्ड टीम
जानकारी के अनुसार इसके बाद ब्रॉन्ज मेडल के लिए हुए मुकाबले में भारतीय मिक्स्ड टीम ने स्लोवेनिया के खिलाफ मुश्किल मैच खेला। वहीं शुरुआत में भारतीय टीम ने बेहतरीन खेल दिखाते हुए तीन सेटों के बाद 4-2 की बढ़त हासिल कर ली थी। हालांकि, आखिरी सेट में स्लोवेनिया ने जोरदार वापसी करते हुए मैच को शूटआउट तक पहुंचा दिया। शूटआउट में स्लोवेनिया ने 5-4 से जीत हासिल कर ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया। भारतीय टीम के लिए मेडल जीतने का सपना अधूरा रह गया, लेकिन उनके शानदार प्रदर्शन ने दर्शकों का दिल जीत लिया।