श्रीलंका के लिए इस जीत की पटकथा अनुभवी बल्लेबाज दिनेश चांदीमल और डेब्यू कर रहे 30 वर्षीय बाएं हाथ के स्पिनर प्रभात जयसूर्या ने लिखी। चांदीमल जहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दोहरा शतक जड़ने वाले पहले श्रीलंकाई बल्लेबाज बने वहीं जयसूर्या ने पहली और दूसरी पारी में 6-6 विकेट लेकर मैच में कुल 12 ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों कप पवेलियन का रास्ता दिखाया।
ताश के पत्तों की तरह बिखर गई ऑस्ट्रेलियाई टीम
मैच की बात करे तो पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका ने दिनेश चांदीमल की नायाब 206 रन की पारी के दम पर पहली पारी में मेहमानों के सामने 554 रन का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा किया। चांदीमल के अलावा कप्तान दिमुथ करुणारत्ने और कुसल मेंडिस ने क्रमशः 86 और 85 रन की पारी खेली वहीं मध्यक्रम में एंजेलो मैथ्यूज ने 52 एवं कमिंदु मेंडिस ने 61 रन की अर्धशतकीय पारी खेलकर टीम के स्कोर में अहम योगदान दिया।
ऑस्ट्रेलिया के लिए मिचेल स्टार्क ने 4, मिशेल स्वेपसन ने 3 वहीं नाथन लायन और कप्तान पैट कमिंस ने क्रमशः 2 और 1 विकेट लिया।
जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले पारी में अच्छी लड़ाई लड़ी और मार्नस लबुशेन एवं स्टीवन स्मिथ की शतकीय पारियों के दम पर 364 रन बनाए। जिसके आधार पर श्रीलंका को 190 रन की बढ़त हासिल हुई। लबुशेन ने 104 वहीं स्मिथ ने 145 रन बनाए।
श्रीलंका के लिए पहली पारी में प्रभात जयसूर्या ने 6, कसुन रजिथा ने 2 वहीं महीश तीक्ष्णा और रमेश मेंडिस ने 1-1 विकेट लिया।
लेकिन दूसरी पारी में फॉलो-ऑन खेलने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ताश के पत्तों की तरह बिखर गई और टीम मात्र 151 पर ही ढेर हो गई और श्रीलंका ने इस तरह कंगारूओं पर अपनी अबतक की सबसे बड़ी जीत दर्ज की। ऑस्ट्रेलिया पर श्रीलंका की यह पहली पारी के आधार पर जीत है।
श्रीलंका के लिए दूसरी पारी में प्रभात जयसूर्या ने 6 वहीं महीश तीक्ष्णा और रमेश मेंडिस ने 2-2 विकेट लिए।
अपने डेब्यू पर नायाब प्रदर्शन के लिए प्रभात जयसूर्या को ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ वहीं सीरीज में शानदार बल्लेबाजी करने के लिए दिनेश चांदीमल को ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ खिताब से नवाजा गया।