T20 World Cup 2024 : आज का दिन क्रिकेट प्रेमियों के लिए बेहद खास है। दरअसल आज टी-20 वर्ल्ड कप 2024 का फाइनल मुकाबला दो अहम टीमों के बीच है, जिन्हें अक्सर चोकर्स कहा जाता है। एक ओर है साउथ अफ्रीका, जो 1992 से व्हाइट बॉल क्रिकेट खेलते हुए भी कभी वर्ल्ड कप नहीं जीत सकी, और दूसरी ओर है टीम इंडिया, जो 2011 के बाद से वर्ल्ड कप की ट्रॉफी का इंतजार कर रही है।
साउथ अफ्रीका :
दरअसल साउथ अफ्रीका को चोकर्स का तमगा लगना कोई नई बात नहीं है। हालांकि, यह कहना गलत होगा कि साउथ अफ्रीका ने कोई ICC ट्रॉफी नहीं जीती। 1998 में उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की थी, जो उनके क्रिकेट इतिहास की पहली और आखिरी ICC ट्रॉफी है। इसके बाद से साउथ अफ्रीका कई मौकों पर नॉकआउट राउंड तक पहुंची, लेकिन महत्वपूर्ण मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा। हालांकि साउथ अफ्रीका की टीम में बड़े बड़े दिग्गज खिलाडी ट्रॉफी के लिए जंग लड़ते तो दिखाई दिए मगर टीम के पास आईसीसी की ट्रॉफी हाथ नहीं लगी। लेकिन आज एक बार फिर मौका है कि साउथ अफ्रीका अपने ऊपर लगे चोकर्स के टैग को हटा सके।
आपको बता दें कि साउथ अफ्रीका ने 1992 में पहली बार वनडे वर्ल्ड कप खेला और सेमीफाइनल तक पहुंची, लेकिन इंग्लैंड से हार गई। इसके साथ ही साउथ अफ्रीका 1996 से 2015 तक 5 बार नॉकआउट राउंड तक पहुंची, लेकिन टीम कभी क्वार्टर फाइनल या फिर सेमीफाइनल में बाहर हो गई। 2003 और 2019 में टीम नॉकआउट राउंड में भी नहीं पहुंच सकी।
हालांकि 2023 में एक बार फिर साउथ अफ्रीका ने कमबैक किया और सेमीफाइनल मुकाबला खेला, लेकिन एक बार फिर टीम की उम्मीदें टूट गई और ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा। यह तीसरी बार था जब साउथ अफ्रीका ने वनडे वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल गंवाया। टीम ने केवल एक बार 2015 में नॉकआउट मैच जीता, जब उन्होंने क्वार्टर फाइनल में श्रीलंका को हराया।
भारत की आखिरी ICC जीत:
दिलचस्प बात यह है कि भारत ने भी अपना आखिरी ICC खिताब चैंपियंस ट्रॉफी के रूप में ही जीता था, जिसे 11 साल बीत चुके हैं। यानी भारत को भी एक दशक से अधिक समय हो गया है किसी ICC ट्रॉफी को जीते हुए। टीम इंडिया ने 2007 में पहला ही टी-20 वर्ल्ड कप जीता, फाइनल में पाकिस्तान को 5 रन से हराकर ट्रॉफी अपने नाम की। इसके बाद टीम ने 7 और टी-20 वर्ल्ड कप खेले। तीन बार टीम नॉकआउट स्टेज यानी सेमीफाइनल और फाइनल तक पहुंची, लेकिन खिताब जीतने में नाकाम रही।
फाइनल का नतीजा:
दरअसल आज के फाइनल का परिणाम चाहे जो भी हो, एक बात तो निश्चित है कि एक टीम चोकर्स का टैग हटाने में सफल होगी। अगर मैच रद्द हो जाता है, तो ट्रॉफी दोनों टीमों में बांट दी जाएगी, जिससे दोनों टीमों का सूखा खत्म हो जाएगा। इस मुकाबले का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि दोनों ही टीमों के पास खुद को साबित करने और इतिहास बदलने का सुनहरा मौका है।
क्रिकेट इतिहास में आज का दिन महत्वपूर्ण है। भारत और साउथ अफ्रीका, दोनों ही टीमें अपने पुराने रिकॉर्ड को सुधारने और नए इतिहास को रचने की तैयारी में हैं। फाइनल मुकाबला क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक रोमांचक और यादगार अनुभव साबित होगा। अब देखना यह है कि कौन सी टीम अपने माथे से चोकर्स का दाग हटाकर विजेता बनकर उभरती है।